कारोबार ठेले पर चाट बेचना, लेन-देन करोड़ों में; बिहार में फर्जी फार्म बनाकर GST का खेल उजागर
डीआरआई (डायरेक्टरेट ऑफ रिव्न्यू इंटेलिजेंस) की टीम ने रविवार को रक्सौल में छापेमारी की। मुजफ्फरपुर से आयी टीम ने रक्सौल के वार्ड नंबर 19 हंस टोला में छापेमारी कर संजीव गुप्ता उर्फ मामा को गिरफ्तार कर लिया।
डीआरआई (डायरेक्टरेट ऑफ रिव्न्यू इंटेलिजेंस) की टीम ने रविवार को रक्सौल में छापेमारी की। मुजफ्फरपुर से आयी टीम ने रक्सौल के वार्ड नंबर 19 हंस टोला में छापेमारी कर संजीव गुप्ता उर्फ मामा को गिरफ्तार कर लिया। संजीव गुप्ता पर दूसरे लोगों के नाम फर्जी कागजात पर धोखाघड़ी, गलत फार्म बनाने व उसपर करोड़ों का लेन-देन करने का आरोप है। इसमें करोड़ों की जीएसटी चोरी का मामला सामने आ रहा है।
रक्सौल पुलिस निरीक्षक राजीव नंदन सिन्हा ने बताया कि कोड़ीहार महावीर नगर के एक चाट ठेला लगाने वाले के नाम केपैन आधार पर फर्जी फार्म बनाया गया था। हिरासत में लिये गये संजीव गुप्ता के हंस टोला वार्ड नंबर 19 स्थित ठिकाने पर छापेमारी कर कई तरह के कागजात बरामद किये गये हैं। इसकी जांच चल रही है। छापेमारी टीम के सदस्यों का कहना है कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर की पेट्रापोल सीमा से करीब 7 करोड़ 50 लाख रुपये के आयात पर डीआरआई की नजर पड़ी थी।
इसके बाद कोलकाता डीआरआई की टीम ने बिहार की टीम से संपर्क कर जानकारी दी। इसके बाद मुजफ्फरपुर की टीम ने रक्सौल पुलिस के सहयोग से छापेमारी की। इस कांड में बैंकों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। जांच में यह बात सामने आयी है कि घोटाले में आरोपी फार्म बनाने के साथ बैंक की मिलीभगत से गलत हस्ताक्षर कर खाता भी खोला है। इसका प्रमाण डीआरआई के हाथ लगा है। दूसरे के नाम पर काम कर खुद की काली संपत्ति बनाने के चक्कर में संजीव गुप्ता ने आठ से दस लोगों के साथ इस प्रकार का फर्जीवाड़ा किया है।
डीआरआई के रडार में कई लोग
छापेमारी के बाद अभी जांच चल रही है। डीआरआई के रडार पर अभी कई लोग हैं। छापेमारी के दौरान कई लोगों के आधार कार्ड, बैंक खाता का पासबुक, चेक के साथ कई तरह के कस्टम से संबंधित पेपर भी जब्त किये गये है।