पटना की नाबालिग से आरा में गैंगरेप, प्रेमी समेत 4 मनचलों ने बनाया शिकार; भीख मांगना पड़ा
- बिहार के आरा में घर से भागी पटना की नाबालिग किशोरी के साथ दरिंदगी की गयी। लड़की मनचलों की जाल में फंस गई। पहले कथित प्रेमी और उसके बाद अन्य मनचलों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
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बिहार के आरा में घर से भागी पटना की नाबालिग किशोरी के साथ दरिंदगी की गयी। लड़की मनचलों की जाल में फंस गई। पहले कथित प्रेमी और उसके बाद अन्य मनचलों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसे करीब 15 दिनों तक स्टेशन पर भीख मांग कर खाना पड़ा। बताया जा रहा है कि आरा और दिलदारनगर में दुष्कर्म के बाद वह दिल्ली पहुंची। वहां ट्रेन में उसे एक शख्स मिला, जिसने काम देने के लिए गुड़गांव बुलाया। वहां काम तो नहीं मिला, लेकिन गुड़गांव की सीडब्ल्यूसी की पहल पर उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। गुड़गांव सीडब्ल्यूसी की पहल पर आरा के नवादा थाने में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। इसके आधार पर नवादा पुलिस आरोपितों की पहचान और धरपकड़ में जुटी है।
दरअसल मामला यह है कि पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के एक गांव की 14 साल की नाबालिग का आरा के रोहित कुमार नाम के लड़के से कुछ दिनों से बात हो रही थी। दो फरवरी को वह घर से भाग कर आरा आ गई। स्टेशन पर उसे रोहित मिला। वह उसे स्टेशन के बगल में स्थित झाड़ी में ले गया और उसके साथ गलत काम किया। इसके बाद बोला कि घर चली जाओ। नंबर किसी को मत देना और फंसाना मत। लेकिन, नाबालिग आरा रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ दिलदारनगर स्टेशन पहुंच गई। वहां पर ट्रेन में तीन लड़के पप्पू, शिवम सिंह और रवि मिले। वहां एक घंटे तक ट्रेन रुकी। तब रात के 10 बज चुके थे। एक लड़का कुछ खिलाने की बात कह एक झोपड़ी में ले गया। वहां तीनों लड़कों ने जबरदस्ती बारी-बारी से उसके साथ गलत काम किया।
इसके बाद ट्रेन चली गई तो तीनों उसे छोड़कर भाग गए। तब दूसरी ट्रेन से वह दिल्ली पहुंच गई। वहां ट्रेन में एक शख्स मिला और उसने काम दिलाने की बात कही। तब वह हरियाणा के गुड़गांव पहुंची। उस शख्स के कहने पर वह एक जगह काम मांगने गयी, लेकिन कम उम्र होने के कारण नौकरी नहीं मिली। इस बीच डायल 112 पुलिस पहुंची। इसके बाद 17 फरवरी को उसे गुड़गांव की बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। बाल कल्याण समिति की ओर से उसकी काउंसिलिंग की गई और पुलिस को आरा में बलात्कार का केस दर्ज करने का आदेश दिया गया। साथ ही बाल कल्याण समिति की ओर से नाबालिग को उसके माता-पिता के पास पहुंचाने का आदेश दिया गया। इस आधार पर हरियाणा पुलिस नाबालिग को लेकर आरा पहुंची और उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।