बिहार में गंगा नदी में उफान से बाढ़ जैसे हालात, सड़कें डूबीं; घर और स्कूलों में पानी घुसा
गंगा नदी में उफान आने से बिहार के समस्तीपुर और वैशाली जिले के दियारा इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सड़कें डूब गई हैं, स्कूल और घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। लोग ऊंचे इलाके में शरण ले रहे हैं।
गंगा में उफान जारी है। नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। इससे बिहार में गंगा किनारे बसे गांव-कस्बों में बाढ़ का खतरा मंडरा गया है। समस्तीपुर और वैशाली जिले के कई इलाकों में घर और स्कूलों में गंगा नदी का पानी घुस गया है, सड़कें डूब गई हैं। ऐसे में लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
समस्तीपुर जिले के मोहनपुर में गंगा के बाढ़ का पानी सैकड़ों घरों में घुस गया। इससे गांवों में स्थित स्कूल भी प्रभावित हुआ है। स्कूल के कई कमरे जलमग्न हैं। दियारा इलाके में सड़कों पर पानी आ जाने से आवागमन भी बाधित हो गया है। फिलहाल गंगा नदी का जलस्तर 47.05 मीटर पर है, जो खतरे के निशान से 1.55 मीटर ऊपर है।
बता दें कि पिछले तीन दिन से गंगा के जलस्तर में उफान जारी था। इससे बाढ़ आने की आशंका जताई जा रही थी। लोग बाढ़ से बचने के लिए पहले ही ऊंची जगहों की शरण ले चुके हैं। हालांकि अब भी कई लोग अपने-अपने घरों मे ही हैं। इस साल मोहनपुर में दूसरी बार गंगा में बाढ़ आई है। इससे पहले अगस्त में भी गांव जलमग्न हुए थे। हालांकि दो दिन बाद ही जलस्तर में कमी आने से बाढ़ की समस्या दूर हो गई थी।
वर्तमान में जलस्तर का तेज गति से चढ़ना जारी है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से सहायक नदी बाया भी उफान पर है, जिससे मोहनपुर के अलावा मोहिउद्दीननगर और विद्यापतिनगर में भी लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। इन दोनों प्रखंड में लोग घर छोड़ ऊंचे स्थल पर शरण लेने के लिए चले गए हैं।
वैशाली के कई गांवों में घुसा गंगा नदी का पानी
गंगा नदी में उफान का असर वैशाली जिले में भी देखने को मिला है। सहदेई के गनियारी और देसरी के खडगपुर गांव जलमग्न हो गए हैं। सैकड़ों लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हाजीपुर-महनार मुख्य मार्ग के किनारे मवेशियों के साथ और खडगपुर बांध पर लोगों ने शरण ले ली है। पिछले डेढ़ माह में गंगा नदी का जलस्तर तीसरी बार बढ़ गया है। उधर, राघोपुर की सभी पंचायतों में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाजार में घुटने तक पानी भरा हुआ है। कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।