लोन दिलाने के नाम पर ठगी, कॉल सेंटर में सरगना देता था ट्रेनिंग; पटना में गजब खेल
सरगना ठगी के कॉल सेंटर में काम करने वाले युवकों को प्रशिक्षण भी देता था, ताकि लोगों को झांसे में लेकर ठगा जा सके। सरगना उन्हें मोबाइल, फर्जी सिमकार्ड, बैंक खाता भी उपलब्ध करवाता था। यह गिरोह सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुका है।
लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के छह युवकों को साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी सोशल मीडिया पर लोगों को लोन आसानी से दिलाने का झांसा देते थे। इसके बाद उनके खाते से रुपये निकाल लेते थे। सभी ठग तेलंगाना के हैं। जबकि सरगना नालंदा का निवासी है।
सभी को रामकृष्णानगर के पूर्वी लक्ष्मीनगर रोड नंबर तीन स्थित एक फ्लैट से पकड़ा गया है। गिरफ्तार ठगों में अभिलाष मनिकटा, दुर्गम बेंकटेस, मानूमल्ला सातित्क, पिट्टा यशवंत, दुर्गम रजनीकांत और सुनराकर श्रीकांथ शामिल हैं। पुलिस टीम सरगना नालंदा के दीपनगर के प्रदीप कुमार उर्फ सूरज और शंभू की तलाश कर रही है। इन सभी के पास से बरामद मोबाइल की पड़ताल की जा रही है।
कई शिकायतों के बाद हरकत में आई पुलिस
हाल में साइबर थाने की पुलिस को एक ही जैसी कई शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद पुलिस ने जब ठगों के मोबाइल नंबरों की जानकारी ली तो उनका लोकेशन रामकृष्णानगर में मिला। तकनीकी सर्विलांस के आधार पर पुलिस ठगों के फ्लैट तक पहुंची और उन्हें दबोच लिया गया।
ठगी का प्रशिक्षण देता था सरगना
सरगना ठगी के कॉल सेंटर में काम करने वाले युवकों को प्रशिक्षण भी देता था, ताकि लोगों को झांसे में लेकर ठगा जा सके। सरगना उन्हें मोबाइल, फर्जी सिमकार्ड, बैंक खाता भी उपलब्ध करवाता था। यह गिरोह सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुका है।
डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि हमने साइबर धोखाधड़ी में शामिल दो गिरोहों को पकड़ा है। पहला समूह कूरियर सेवा के नाम पर धोखाधड़ी करता है। दूसरा समूह, निजी फाइनेंस कंपनी का नाम लेकर ऋण देने का झांसा दे लोगों को धोखा दे रहा था।