अंत्येष्टि स्थल पर बने मनमोहन सिंह का स्मारक, लालू यादव ने कांग्रेस की मांग का सपोर्ट किया
लालू यादव ने कहा कि पीएम मनमोहन सिंह देश के बड़े नेता थे। माननीय मनमोहन सिंह जैसा नेता अब देश को नहीं मिलेगा। उनका स्मारक बनना चाहिए। लालू यादव ने कहा कि उन्हीं के मंत्रिमंडल में मंत्री था और उनके बहुत करीब था।
बिहार में बड़ा भाई-छोटा भाई और इंडिया गठबंधन के नेतृत्व के सवाल पर कांग्रेस और राजद के मनमुटाव की खबरों बीच राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस पार्टी की एक मांग का समर्थन किया है। कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्मारक के लिए स्थान आवंटित करने की मांग की है। लालू प्रसाद ने पार्टी की इस मांग का पुरजोर समर्थन किया है। शनिवाार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत पूर्व पीएम मनमोहन का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत भारत सरकार के कई मंत्री पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई देने निगमबोध घाट पहुंचे। इनके अलावा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी निगमबोध घाट पर पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
पटना में पत्रकारों ने लालू यादव से कांग्रेस पार्टी की मांग को लेकर सवाल किया। उन्होंने कहा कि पीएम मनमोहन सिंह देश के बड़े नेता थे। माननीय मनमोहन सिंह जैसा नेता अब देश को नहीं मिलेगा। उनका स्मारक बनना चाहिए। लालू यादव ने कहा कि उन्हीं के मंत्रिमंडल में मंत्री था और उनके बहुत करीब था। उनका स्मारक बनाने की कांग्रेस पार्टी की मांग सही है। स्मारक जरूर बनना चाहिए। बताते चलें कि लालू प्रसाद यादव वर्ष 2004 से 2009 के बीच यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। उस समय कांग्रेस नेता और जाने माने अर्थ शास्त्री मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे।
इससे पहले शनिवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने के लिए स्थल आवंटन की मांग की थी। खड़गे ने अपने पत्र में कहा कि भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार और स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अपने पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंतिम संस्कार वहीं कराया जाना चाहिए जहां उनका स्मारक स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश भर की जनता के दिलों में पूर्व पीएम का खास स्थान है। देश की राजनीति के साथ विदेश में भी उन्हें ऊंचे दर्जे का सम्मान दिया जाता है।
बताते चलें कि इंडिया गठबंधन का नेतृत्व ममता बनर्जी करें, लालू यादव ने इसका सपोर्ट किया था। तेजस्वी यादव भी कहते हैं कि जिन प्रदेशों में क्षेत्रीय दलों की ताकत ज्यादा है वहां उन्हें ड्राइविंग सीट पर बैठना चाहिए। इधर कांग्रेस के बिहार प्रभारी शाहनवाज आलम का कहना है कि इंडिया गठबंधन बराबरी की विचारधारा पर बना है। इसमें कोई बड़ा-छोटा, मोटा पतला भाई नहीं है। लोकसभा चुनाव में स्ट्राइक रेट के आधार पर चुनाव में सीटों का बंटवारा किया जाना चाहिए।