Hindi Newsबिहार न्यूज़Flood water entered VTR Champaran embankment broken deer washed away into residential area 5000 families homeless

VTR में घुसा बाढ़ का पानी; चंपारण तटबंध टूटा, हिरण बहकर रिहायशी इलाके में पहुंचा, 5000 परिवार बेघर

गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भी घुस आया है। जिसके चलते रिवर पाथवे 40 फीट ध्वस्त हो गया है। चंपारण तटबंध भी ध्वस्त हो गया है। बाढ़ में बहकर हिरण रिहायशी इलाके में पहुंच गया। बगहा में 5 हजार परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

sandeep हिन्दुस्तान, बगहाSun, 29 Sep 2024 06:02 PM
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नेपाल में बारिश थमने के साथ ही गंडक बराज से पानी के डिस्चार्ज में कमी आयी है। वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 3.61 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं नेपाल के देवघाट से 2.10 लाख क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया है। गंडक समेत एक दर्जन पहाड़ी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रो के करीब बसे दर्जनो गांव के 4 हजार से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। बगहा में रतवल-चखनी के बीच चंपारण तटबंध ध्वस्त हो गया है। वाल्मीकिनगर में पर्यटकों के लिए बनाया गया रिवर पाथवे 40 फीट ध्वस्त हो गया है।

मधुबनी, ठकराहा, भितहां, पिपरासी, रामनगर समेत बगहा नगर के आधा दर्जन वार्ड में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से पानी के साथ हिरण बह कर रिहायशी क्षेत्र में आ गया। सिकटा नदी के पानी से चार दर्जन लोगों के घरों में पानी घुस गया। ओरिया नदी का पश्चिमी सुरक्षा बांध कई जगहों पर ध्वस्त हो गया है। नरकटियागंज भिखनाठोरी मुख्य पथ का डायवर्सन पानी के दबाव के कारण प्रेमनगर के पास बह गया है।

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नेपाल में बारिश थमने के साथ ही गंडक बराज से पानी के डिस्चार्ज में कमी आयी है। वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 3.61 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं नेपाल के देवघाट से 2.10 लाख क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया है। गंडक समेत एक दर्जन पहाड़ी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रो के करीब बसे दर्जनो गांव के 4 हजार से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। बगहा में रतवल-चखनी के बीच चंपारण तटबंध ध्वस्त हो गया है। वाल्मीकिनगर में पर्यटकों के लिए बनाया गया रिवर पाथवे 40 फीट ध्वस्त हो गया है।

मधुबनी, ठकराहा, भितहां, पिपरासी, रामनगर समेत बगहा नगर के आधा दर्जन वार्ड में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से पानी के साथ हिरण बह कर रिहायशी क्षेत्र में आ गया। सिकटा नदी के पानी से चार दर्जन लोगों के घरों में पानी घुस गया। ओरिया नदी का पश्चिमी सुरक्षा बांध कई जगहों पर ध्वस्त हो गया है। नरकटियागंज भिखनाठोरी मुख्य पथ का डायवर्सन पानी के दबाव के कारण प्रेमनगर के पास बह गया है।

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नौतन के विसंभरपुर, छरकी, शिवराजपुर के जरलहिया और दमका में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। लौरिया में बाढ़ से प्रखंड मुख्यालय का एक दर्जन से अधिक गांव का सड़क संपर्क टूट गया है। वाल्मीकिनगर के ठाड़ी गांव में बाढ़ के पानी में डूबने से एक व्यक्ति मनबहादुर मुखिया की मौत हो गयी। वाल्मीकिनगर स्थित हवाई अड्डा, एसएसबी कैंप में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। पिपरासी में श्रीपतनगर रेल बांध पर पानी का दबाव बढ़ रहा है। लौरिया स्थित अशोक स्तंभ, रामजानकी मंदिर और छठ घाट पानी से भर गया है।

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