पटना GRP थानेदार समेत 6 पुलिस वालों पर FIR, 3 सस्पेंड; जानें क्या है पूरा मामला
आरोपित सिपाही और तीन ओडी ऑफिसर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही पटना जंक्शन थानेदार का तबादला कर दिया गया। थानेदार पर भी गाज गिर सकती है। उनके निलंबन की अनुशंसा डीआईजी रेल से की गई है। विभाग की ओर से इस मामले में कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।
पटना जीआरपी के थानेदार समेत कई छह पुलिस कर्मियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। एफआईआर दर्ज कराने के बाद उनके निलंबन और अग्रेत्तर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। जंक्शन पर जीआरपी के जवानों की ओर से जेल भेजने का भय दिखाकर पश्चिम बंगाल निवासी यात्री से 39 हजार रुपये वसूलने क मामला है। में रेल पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। मामले में संलिप्तता पाए जाने पर जीआरपी थानेदार सहित छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस मामले में आरोपित सिपाही और तीन ओडी ऑफिसर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही पटना जंक्शन थानेदार का तबादला कर दिया गया। थानेदार पर भी गाज गिर सकती है। उनके निलंबन की अनुशंसा डीआईजी रेल से की गई है। विभाग की ओर से इस मामले में कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। इन पुलिस वालों पर रेल यात्रियों को परेशान कर रेलवे को बदनाम करने का आरोप विभाग की ओर से लगाया गया है।
मामला इस प्रकार है। मूलरूप से पश्चिम बंगाल निवासी सोमनाथ नाईया बीते एक अगस्त को हावड़ा की ट्रेन पकड़ने पटना जंक्शन पर गए थे। रात में वह स्टेशन पर बैठे थे। तभी जीआरपी के जवान चोर बताकर उन्हें थाने ले आए थे। थाने में सिपाही कृष्ण कुमार ठाकुर ने जेल भेजने की धमकी देकर सोमनाथ नाईया के पास मौजूद 20 हजार रुपये वसूल लिये थे। बाद में 30 हजार और रुपये की मांग की गई थी। इसके बाद पीड़ित के कहने पर उनके पिता ने कोलकाता से स्टेशन पर मेस चलाने वाले रवि के पास ऑनलाइन 19 हजार रुपये भेजे थे।
रुपये लेने के बाद यात्री को हिरासत से छोड़ दिया गया था। चार अगस्त को रेलवे हेल्प लाइन नंबर-139 पर शिकायत की गई थी। वरीय पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) प्रभाकर तिवारी को जांच सौंपी गई थी। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल में मिले साक्ष्य में रुपये वसूली की पुष्टि पर कार्रवाई की गई।