बिहार में वोट डालने में किसान-मजदूर और घरेलू महिलाएं आगे, देखें चुनाव आयोग की सर्वे रिपोर्ट
राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के तुरंत बाद कराए गए सर्वे में कई अहम तथ्य सामने आए हैं। बिहार में वोट डालने में किसान, मजदूर और घरेलू महिलाएं सबसे आगे हैं।
बिहार में किसान, मजदूर और घरेलू महिलाएं सबसे ज्यादा अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। इसके अनुसार, एक मतदाता किस पार्टी या प्रत्याशी को पसंद करता है, इसमें परिवार के लोगों की राय सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके बाद जाति सबसे बड़ी कारक होती है। सर्वे में एक चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है, जिसके अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में अधिकतर लोग इसलिए वोट नहीं डाल पाए क्योंकि उनके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं था।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से यह सर्वे लोकसभा चुनाव 2024 के तुरंत बाद सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया। इसकी रिपोर्ट हाल ही में जारी की गई है। इस सर्वे में कई हैरान करने वाले तथ्य सामने आए हैं। लोकसभा चुनाव में वोट डालने वाले बिहार के 33.1 फीसदी मतदाता निरक्षर यानी अनपढ़ थे। वहीं, 22.2 प्रतिशत मतदाता ने सिर्फ प्राइमरी तक पढ़ाई की। 17.3 फीसदी हाई स्कूल और 12.2 प्रतिशत वोटर स्नातक और उससे ज्यादा पढ़े हुए हैं।
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, वोट डालने वालों में सबसे ज्यादा 37.5 फीसदी लोग किसान, मजदूर या इनसे संबंधित गतिविधियों से जुड़े हुए थे। वहीं, 26.7 फीसदी मतदाताएं गृहिणी थीं। सामाजिक पहलू पर नजर डालें तो कुल मतदाताओं में लगभग 47 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के थे। इसके बाद अनुसूचिद जाति (एससी) से 25.7 फीसदी, अनुसूचित जाति (एसटी) वर्ग से 1.1 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शेष 26.1 प्रतिशत मतदाता अन्य सामाजिक वर्गों से जुड़े हुए थे।