पूर्णिया यूनिवर्सिटी के EX-VC आर एन यादव की बढ़ीं मुश्किलें, इस मामले में निगरानी जांच होगी
प्रताड़ित कर धमकी देकर गलत सूचना सरकार एवं राजभवन को भेजकर भ्रमित करने का आरोप मिथिला सेवा आश्रम के अध्यक्ष द्वारा लगाये जाने पर निगरानी विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी डेजी ईरानी ने राज्यपाल सचिवालय के प्रधान सचिव को पत्र जारी कर कार्रवाई को लेकर निर्देशित किया है।
निगरानी विभाग तक पूर्णिया यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो राजनाथ यादव के कार्यकाल में सरकारी कोष का गबन का मामला पहुंचने के बाद विभाग ने राज्यपाल सचिवालय को पत्र लिखकर जांच करने का निर्देश दिया है। प्रताड़ित कर धमकी देकर गलत सूचना सरकार एवं राजभवन को भेजकर भ्रमित करने का आरोप मिथिला सेवा आश्रम के अध्यक्ष द्वारा लगाये जाने पर निगरानी विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी डेजी ईरानी ने राज्यपाल सचिवालय के प्रधान सचिव को पत्र जारी कर कार्रवाई को लेकर निर्देशित किया है। इस संदर्भ में बिहार निगरानी अन्वेशन ब्यूरो के महानिदेशक को सौंपे आवेदन में आउटसोर्सिंग में घोटाला करने ,पूर्ण पेंशन प्राप्त करने के बाद भी पूर्ण वेतन लेने के साथ कई भत्ता के नाम पर राशि का गबन करने के साथ प्रशासनिक अराजकता उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया है।
इधर पूर्व कुलपति प्रो राजनाथ यादव ने कहा है कि लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद है। किसी के द्वारा बहलाफुसलाकर झूठा आरोप लगाने का प्रयास किया जा रहा है, जो गलत और भ्रमक है। उन्होंने कहा है कि हर प्रकार की जांच के लिए वे तैयार हैं। विश्वास जताया है कि जांच में कुछ नहीं निकलेगा और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
महानिदेशक बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो से जांच की मांग
इधर मिथिला सेवा आश्रम अयोध्यागंज बाजार कुर्सेला जिला कटिहार के अध्यक्ष विनोद राज झा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. राज नाथ यादव द्वारा सरकारी कोष का गबन एवं प्रशासनिक अराजकता के जांच की मांग करने के लिए महानिदेशक बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को आवेदन दिया गया है। आवेदन में ध्यान आकृष्ट कराते हुए उल्लेख किया गया है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजनाथ यादव विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में संचित राशि को मनमानी ढंग से नियम परिनियम को ताक पर रखा।
राजनाथ यादव 2021 में कुलपति बने
प्रो. राजनाथ यादव दूसरे राज्य के विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त होकर यहां 2021 में कुलपति बने, लेकिन इनके द्वारा अपने पैतृक विश्वविद्यालय से पूर्ण पेंशन प्राप्त कर और पूर्णिया विश्वविद्यालय से पूर्ण वेतन प्राप्त किया गया। इस संबंध में कहना है कि बिहार में ऐसा कहीं नहीं है, हर जगह पेंशन काट कर वेतन का भुगतान किया जा रहा है।