नहाय खाय पर छठी मैया ने बुला लिया, संझिया अर्घ्य पर पंचतत्व में विलीन होंगी शारदा सिन्हा
शारदा सिन्हा अनंत यात्रा पर तब निकल गईं जब आस्था रखने वाले लोग देश दुनिया में छठ में त्योहार मना रहे थे। पहले दिन कद्दू भात के साथ श्रद्धालुओं ने नहाए खाए किया। अंत्येष्टि गुरुवार को संझिया अर्घ्य पर किया जाएगा और वह पंच तत्व में विलीन हो जाएंगी।
आस्था का महापर्व छठ के गीत गाकर शारदा सिन्हा स्वर कोकिला बन गईं और उनके मधुर एवं संवेदना को छूने वाले गीतों ने यूपी बिहार के इस त्यौहार को वैश्विक बना दिया। कहा जाता है कि छठ पर्व और शारदा सिन्हा एक दूसरे के पूरक हैं और यह दुर्लभ सहयोग ही है कि बिहार कोकिला का निधन ऐसे समय में हुआ है जब लोक आस्था का यह त्यौहार मनाया जा रहा है और चारों तरफ शारदा सिन्हा के गाए छठ गीत गूंज रहे हैं।
शारदा सिन्हा अनंत यात्रा पर तब निकल गईं जब आस्था रखने वाले लोग देश दुनिया में छठ में त्योहार मना रहे थे। पहले दिन कद्दू भात के साथ श्रद्धालुओं ने नहाए खाए किया। इस दिन छठ करने वाली व्रतियां पवित्र स्नान के बाद अरवा चावल, चना दाल और कद्दू की सब्जी का प्रसाद ग्रहण करती हैं। इसी बीच मंगलवार की रात शारदा सिन्हा दुनिया का अलविदा का कर हमेशा हमेशा के लिए प्रस्थान कर गईं।
बुधवार को शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर इंडिगो विमान से दिल्ली से पटना लाया गया। पटना एयरपोर्ट पर प्रशासन बिहार सरकार के कई मंत्रियों के अलावे बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। सब ने नम आंखों से बिहार कोकिला को श्रद्धांजलि दी। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिंह ने बताया कि शुक्रवार को 8 बजे गंगा नदी के गुलबी घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताते चलेंगे आज खरना है और कल छठ पर्व का संझिया अर्घ्य है। एक तरफ जहां लोग अस्ताचल गामी सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी कर रहे होंगे, उसी समय शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार संपन्न होगा।
बिहार सरकार के आदेश पर राजकीय सम्मान के साथ स्वर कोकिला की अंत्येष्टि की जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिला प्रशासन को इसकी पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को शारदा सिन्हा के पटना स्थित आवास पर जाकर नीतीश कुमार ने उनका अंतिम दर्शन किया और पुष्पांजलि कर अपनी श्रद्धा निवेदित किया।