दरभंगा एयरपोर्ट का नाम बदलने की मांग; JDU सांसद ने वजह भी बताई, नाम भी सुझाया
दरभंगा एयरपोर्ट का नाम बदलने की मांग का मुद्दा शुक्रवार को राज्यसभा में उठा। जेडीयू सांसद संजय झा ने एयरपोर्ट का नाम बदलने की मांग की है। उन्होने नाम बदलकर मध्य काल के प्रसिद्ध मैथिल कवि विद्यापति के नाम पर किए जाने की डिमांड की है
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जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा ने शुक्रवार को राज्यसभा में दरभंगा एयरपोर्ट के नामकरण का मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार से शीघ्र इस एयरपोर्ट का नाम ‘कवि कोकिल विद्यापति हवाई अड्डा’ करने का अनुरोध किया है। झा ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट उड़ान स्कीम का देश का सबसे सफल एयरपोर्ट है। यह पीएम की परिकल्पना थी कि छोटे शहरों में भी एयरपोर्ट का विकास हो।
वर्ष 2018 में दरभंगा एयरपोर्ट के शिलान्यास के लिए तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री के अलावा सीएम नीतीश कुमार भी दरभंगा गए थे और उसी समय यह तय हो गया था कि इसका नाम महान कवि विद्यापति के नाम पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यापति जी मैथिली और संस्कृत जैसी भाषाओं के प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार थे, जिनका योगदान भारतीय साहित्य और भक्ति परंपरा में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस संबंध में बिहार विधानसभा और विधान परिषद् ने भी मार्च 2021 में प्रस्ताव पारित किया था।
इससे पहले हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए उत्तर बिहार के दरभंगा और रक्सौल हवाई अड्डों के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण को मंजूरी दे दी गई थी। दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए 89.75 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की स्वीकृति मिली। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से 450 करोड़ रुपये से ज्यादा मुआवजा राशि जारी की जाएगी।
दरभंगा एयरपोर्ट पर एक नया सिविल एनक्लेव बनाया जा रहा है। बीते अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था। 912 करोड़ की लागत से यहां नया टर्मिनल भवन और अन्य सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। सरकार का दावा है कि आने वाले समय में दरभंगा से अंतरराष्ट्रीय विमानों का भी परिचालन शुरू हो सकेगा।