फर्जी आधार और पैन कार्ड बना फाइनेंस कंपनी को लगाते थे चूना, गिरोह के दो शातिर गिरफ्तार
साइबर थाने की पुलिस ने गिरोह के दो शातिरों को गिरफ्तार किया है जिनमें मुजफ्फरपुर नगर थाने के योगियामठ मोहल्ले के आदित्य कुमार और कथैया के दिस्तौलिया निवासी प्रदीप कुमार शामिल हैं। चार अन्य शातिर चिन्हित किए गए हैं
बिहार के मुजफ्फरपुर में साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो लोन फर्जीवाड़ा कर निजी फाइनेंस कंपनी को अलग-अलग जिलों में चूना लगा रहा था। इस गिरोह के खिलाफ बजाज फाइनेंस कंपनी के मुजफ्फरपुर शाखा प्रबंधक राहुल रमन ने एक दिन पहले साइबर थाने में एफआईआर कराई थी। साइबर थाने की पुलिस ने गिरोह के दो शातिर नगर थाने के योगियामठ मोहल्ले के आदित्य कुमार और कथैया के दिस्तौलिया निवासी प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया है। चार अन्य शातिर चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है। इस गिरोह का नेटवर्क हरियाणा और यूपी तक फैला है।
साइबर डीएसपी सीमा देवी ने बताया कि दोनों शातिरों के पास से फर्जी तरीके से बनाए गए कई आधार व पैन कार्ड जब्त किए गए है। इसका उपयोग कर 6.5 लाख रुपये का लोन लिया गया था। आदित्य ने तीन एसी, दो मोबाइल व अन्य सामान, जबकि प्रदीप ने दो एसी और दो मोबाइल लोन लिया था। फाइनेंस कंपनी के स्थानीय मैनेजर राहुल रमन का कहना है कि फर्जी दस्तावेजों जैसे आधार, पैन कार्ड का प्रयोग कर मुजफ्फरपुर और दरभंगा से लोन पर करीब 6,067,86 रुपये का सामान लिए गए। लोन के बाद ईएमआई की राशि भुगतान नहीं की जा रही थी। कंपनी ने जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने पर एफआईआर कराई। डीएसपी नगर-एक सह थानाध्यक्ष साइबर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर ठगी करने वाले प्रदीप कुमार और आदित्य कुमार को गिरफ्तार किया।
दोनों से पूछताछ में पता चला कि निजी फाइनेंस कंपनी से इस तरह फर्जीवाड़ा कर लोन पर सामान लेकर बेचने वाला एक गिरोह है। साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियो ने पूछताछ में अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग कर ईएमआई पर सामान लेने की बात स्वीकार की है। ये आधार और पैन कार्ड में पता बदलकर लोन लेते थे और लोन राशि न चुकाकर सामान बेच देते थे।