पोते को सांप ने काटा, सदमा नहीं झेल पाया दादा; एक परिवार में दो मौत से इलाके में मातम
बिहार के दरभंगा में पोते की मौत का सदमा दादा नहीं झेल पाया। साप काटने के पोते की मौत की खबर सुनते ही बीमार हो गए और अगली सुबह मौत हो गई। घटना से पूरा इलाका गमगीन हो गया। घटना बहेड़ी प्रखंड के बेलही गांव की है।
बिहार के दरभंगा में पोते की मौत का सदमा दादा नहीं झेल पाया। साप काटने के पोते की मौत की खबर सुनते ही बीमार हो गए और अगली सुबह मौत हो गई। घटना से पूरा इलाका गमगीन हो गया। घटना बहेड़ी प्रखंड के बेलही गांव की है। परिवार के लोगों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक पहचान पांस वर्षीय दिव्यांशु और 52 वर्षीय दादा हरेराम महतो के रूप में हुई है।
बताया जाता है कि दिव्यांशु को शनिवार की शाम ननिहाल बहेड़ा थाने के मौजमपुर गांव में सीढ़ी से छत पर चढ़ने के क्रम में विषैले सांप ने डस लिया। उसके बताने पर लोगों ने दीवार की दरार में सांप को देखकर नाग के रूप में उसकी पहचान की। यहां से उसे बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां नाजुक स्थिति को देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया था।
इसकी खबर सुनकर मृतक के चचेरे दादा हरेराम महतो का बीपी हाई हो गया। उन्हें तुरंत पीएचसी बहेड़ी में भर्ती करवाया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। उन्हें दरभंगा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां रविवार की सुबह उनकी भी मौत हो गयी। एक ही परिवार में दो शवों को देख गांव का माहौल गमगीन हो गया। मृतक की मां रिंकी देवी, बहन आकृति मेहरा, दादी अंगिका देवी व दादा गंगाराम महतो का रो-रोकर बुरा हाल था। दिव्यांशु अपनी बहन से छोटा था।
उधर, हरेराम महतो का शव घर पहुंचने पर पत्नी सकली देवी, पुत्री संगीता कुमारी, अनिता कुमारी, पुत्र शंभू कुमार व अंकुश कुमार का भी रो-रोकर बुरा हाल था। पौत्र व दादा दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार पैतृक गांव बेलही में कर दिया गया। दिव्यांशु को दादा गंगाराम महतो व हरेराम को उनके छोटे पुत्र अंकुश कुमार ने मुखाग्नि दी। दादा-पोते की एक साथ मौत पर मुखिया रूबी देवी, जामुन झा व पूर्व पंसस बैजू महतो ने परिजनों को सांत्वना दी। साथ ही सरकार से मृतकों के निकटतम परिजनों को सरकारी सहायता राशि देने की मांग की है।