बिहार में बाढ़ से नुकसान का केंद्रीय टीम ने जायजा लिया, नीतीश सरकार ने मांगे 3638 करोड़
- बिहार में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम सोमवार को पटना पहुंची। सात सदस्यीय टीम ने सीतामढ़ी और दरभंगा का जायजा लिया। इस दौरान आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से 3638.50 करोड़ के नुकसान का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया गया।
बीते दिनों बिहार में आए बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम सोमवार को पटना पहुंची। गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव जी पार्थसारथी के नेतृत्व में आई सात सदस्यीय टीम ने सीतामढ़ी और दरभंगा का जायजा लिया। मंगलवार को टीम पटना लौटेगी और बिहार सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद दिल्ली लौट जाएगी। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार पटना आने के बाद केंद्रीय टीम की मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के साथ बैठक हुई।
बैठक में आपदा प्रबंधन के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से 3638.50 करोड़ के नुकसान का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया गया। जल संसाधन, लघु जल संसाधन, ऊर्जा, कृषि, पशुपालन, आपदा प्रबंधन, ग्रामीण कार्य, पथ निर्माण आदि विभागों के नुकसान से केंद्रीय टीम को अवगत कराया गया। राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि यह प्रारम्भिक आकलन है। नुकसान की सही जानकारी आने पर राज्य सरकार पूरक ज्ञापन भी केंद्र सरकार को भेज सकती है। बैठक के बाद केंद्रीय टीम दो हिस्से में बंट गई और तीन सदस्य दरभंगा तो चार सदस्य सीतामढ़ी के लिए रवाना हुए।
सोमवार को टीम के सदस्यों ने दोनों जिले में बाढ़ से हुए नुकसान को देखा। मंगलवार को भी केंद्रीय टीम कुछ और इलाकों का जायजा लेगी। गौरतलब है कि बाढ़ आने के बाद बिहार सरकार की ओर से 3.21 लाख बाढ़ पीड़ितों के खाते में 7-7 हजार रुपए के हिसाब से 225.25 करोड़ की सहायता दी गई है। इसके अलावा फसल क्षतिपूर्ति के लिए 491 करोड़ दिए गए हैं। 30 जिलों के करीब 20 लाख पीड़ितों की मदद के लिए 605 करोड़ खर्च हो चुके हैं।