धमाके से दहला उठा बिहार का यह जिला, दो बच्चे घायल; छत पर बम क्यों रखा था
- पड़ोस में रहने वाली एक महिला फिरोजा खातून ने बताया कि हादसे के वक्त वह अपने घर की छत पर थी, उसे महसूस हुआ कि कोई चीज अचानक छत पर गिरी और धमाका हो गया। दोनों बच्चों को अस्पताल लेकर आने वाले एक युवक मो.सरफराज आलम ने बताया कि तेज धमाके की आवाज के बाद बच्चों के रोने की आवाजें आने लगीं।
शेरघाटी शहर में मंगलवार की शाम बम विस्फोट की एक घटना में दो बच्चे घायल हो गए। यह बम धमाका रमना मेले के एक घर में हुआ है। बम धमाके का गवाह बना मोहल्ले की संकरी गली का यह मकान मो. मंसूर नामक राज मिस्त्री का है। हादसे में जख्मी हुए दोनों बच्चों की पहचान मंसूर राज मिस्त्री के बेटे नूरैन (11) और पड़ोस में रहने वाले एक बच्चे अयान (9) के रूप में हुई है।
घायल बच्चों को शेरघाटी के अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद गया रेफर किया गया है। घटनास्थल पर बम धमाके के निशान और खून के धब्बे मिले हैं। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे शेरघाटी के एएसपी शैलेंद्र कुमार सिंह और थानेदार अजीत कुमार ने मामले की जांच शुरु की है। हादसे वाली जगह की घेराबंदी कर पुलिस एफएसएल की टीम के आने का इंतजार कर रही है।
छत पर कहां से आया बम
पुलिस घर के लोगों और आस-पास के निवासियों से भी पूछताछ कर रही है। हादसे के वक्त छत पर सिर्फ दोनों बच्चे मौजूद थे। छत पर बम कहां से आया इसको लेकर पुलिस छानबीन कर रही है। पड़ोस में रहने वाली एक महिला फिरोजा खातून ने बताया कि हादसे के वक्त वह अपने घर की छत पर थी, उसे महसूस हुआ कि कोई चीज अचानक छत पर गिरी और धमाका हो गया। दोनों बच्चों को अस्पताल लेकर आने वाले एक युवक मो.सरफराज आलम ने बताया कि तेज धमाके की आवाज के बाद बच्चों के रोने की आवाजें आने लगीं। इसी आवाज को सुनकर लोग दौड़े तो बच्चों को छत पर खून से लथपथ हालत में छटपटाते देखा गया।