तेरी मिट्टी में मिल जावां..., बॉलीवुड गीतकार मनोज मुंतशिर बापू सभागार पटना में अपने गीतों से छा गए
मनोज मुंतशिर मंच पर आए और छा गए। उन्होंने कहा कि आज मैं ऐसे प्रदेश में आया हूं जहां मां जानकी के चरण चि अंकित हैं। आर्यभट्ट, पाणिनि, चाणक्य, चंद्रगुप्त , भगवान बुद्ध और महावीर का नाम लेते हुए चर्चित गीतकार ने कहा कि यह एक ऐसा प्रदेश है जो आज भी सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस देश को देते हैं।
तेरी मिट्टी में मिल जावां...इतनी सी है दिल की आरजू.... के बोल। श्रोताओं से भरा बापू सभागार, हाथों में तिरंगा और जुबां पर देश प्रेम की गंगा। आजादी के उत्सव से चार दिन पहले रविवार की शाम पटना के लोगों ने राष्ट्रप्रेम के गीतों का उत्सव भरपूर जिया। वनबंधु परिषद की ओर से आयोजित एकल की शाम आयोजन में बॉलीवुड के चर्चित गीतकार मनोज मुंतशिर ने अपने गीतों और शायरी से श्रोताओं में राष्ट्रप्रेम की अलख जगाई तो लोग वाह,वाह कह उठे।
इस मौके पर सारेगामापा फेस ईशिता ने मनोज मुंतशिर के साथ गीतों की युगलबंदी से सबका मन जीत लिया। इससे पहले अतिथियों का स्वागत वनबंधु के अध्यक्ष विजय किशोरपुरिया, कार्याध्यक्ष रमेश गुप्ता, सचिव सुजीत सिंघानिया, संरक्षक राधेश्याम बंसल, कार्यक्रम संयोजक सुनील अग्रवाल एवं गोपाल मोदी ने गाय के गोबर से बने भारत के नक्शे वाले प्रतीक चिह्न से किया।
कौमी एकता की वकालत
मनोज मुंतशिर मंच पर आए और छा गए। उन्होंने कहा कि आज मैं ऐसे प्रदेश में आया हूं जहां मां जानकी के चरण चि अंकित हैं। आर्यभट्ट, पाणिनि, चाणक्य, चंद्रगुप्त , भगवान बुद्ध और महावीर का नाम लेते हुए चर्चित गीतकार ने कहा कि यह एक ऐसा प्रदेश है जो आज भी सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस देश को देते हैं। उन्होंने कौमी एकता की वकालत करते हुए कहा कि यह देश सबका है। बिहार के लोग मां और मातृभूमि के सामने ही सिर झुकाते हैं।
मां को सिर झुकाने में हिन्दू क्या और मुस्लिम क्या
उन्होंने कहा कि जब दुनिया मिशन मार्श पर करोड़ो डॉलर फूंक रही थी, हम मुठ्ठी भर पैसों से मंगल घूमकर लौट आए। उन्होंने पढ़ा कि जो भी मिला इसलिए मिला कि हंस के बहुत कुछ खोया हमने, यह जो सूरज देख रहे हो, जूगनू जूगनू बोया हमने।
भारत को विकसित बनाने में सब करें सहयोग: राज्यपाल
इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्य अतिथि बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा एवं नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन एवं अन्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। राज्यपाल ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने को सभी वर्ग एक साथ काम करें। वनवासियों का अलग रखकर हम विकसित भारत का सपना कभी पूरा नहीं कर सकते। आवश्यक है कि उन्हें मुख्य धारा से जोड़े।