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मुर्गियों को जला कर दफनाया, पटना में बर्ड फ्लू की पुष्टि से हड़कंप; अलर्ट जारी

  • इसके साथ ही सावधानी बरतने संबंधी चेतावनी भी दी गई है। सिविल सर्जन ने बताया कि प्रभावित इलाके में एहतियात के तौर पर लोगों, कर्मियों के बीच टेमिफ्लू और ओसेलामिवीर नामक एंटीवायरल दवाइयों का वितरण किया जाएगा। इसके पहले 27 फरवरी को जहानाबाद पुलिस लाइन के समीप मृत कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, प्रधान संवाददाता, पटनाSun, 9 March 2025 05:42 AM
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मुर्गियों को जला कर दफनाया, पटना में बर्ड फ्लू की पुष्टि से हड़कंप; अलर्ट जारी

पटना में बर्ड फ्लू का प्रकोप एक बार फिर सामने आया है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) परिसर में इसके फैलने की पुष्टि हुई है। इसके बाद वहां की मुर्गियों को जलाकर दफनाने की कार्रवाई सिविल सर्जन की आपदा शाखा और जिला पशुपालन कार्यालय की ओर से की गई है। शनिवार को बड़ी संख्या में मुर्गियों को जलाकर दफनाया गया है। सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से अस्पतालों को इलाके के तीन किलोमीटर के दायरे में बुखार सर्वेक्षण (फीवर सर्वे) के निर्देश दिए गए है।

इसके साथ ही सावधानी बरतने संबंधी चेतावनी भी दी गई है। सिविल सर्जन ने बताया कि प्रभावित इलाके में एहतियात के तौर पर लोगों, कर्मियों के बीच टेमिफ्लू और ओसेलामिवीर नामक एंटीवायरल दवाइयों का वितरण किया जाएगा। इसके पहले 27 फरवरी को जहानाबाद पुलिस लाइन के समीप मृत कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। उधर, मुंगेर के तेघड़ा गांव में गुरुवार को आधा दर्जन कौए की मौत के बाद डॉक्टरों की जांच कमेटी गठित की गई है। रिपोर्ट आने के बाद सही कारणों का पता चलेगा।

अस्पतालों में अलर्ट जारी

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) परिसर में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पटना में अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। सिविल सर्जन कार्यालय ने सावधानी बरतने का निर्देश जारी किया है। अस्पतालों में आने वाले सर्दी, बुखार, सांस के तकलीफ वाले मरीजों की जांच अनिवार्य रूप से करने को कहा गया है, ताकि बीमारी के प्रसार की जानकारी मिल सके।

सिविल सर्जन कार्यालय के महामारी इकाई से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) के पॉल्ट्री फॉर्म में 27 फरवरी से मुर्गियों का अचानक मरना शुरू हो गया। इसके बाद वहां के निदेशक ने सिविल सर्जन कार्यालय को इसकी सूचना दी। वहां से सेंपल एकत्र कर उसकी जांच के लिए भोपाल भेजा गया था और मरे पक्षियों का इन्फ्लूएंजा सुरक्षा मानकों को अपनाते हुए दफनाया गया था। 

शनिवार को सिविल सर्जन कार्यालय को मृत पक्षियों के एच5एन1 वायरस (बर्ड फ्लू) से ग्रसित होने की जानकारी भोपाल लैब से मिली। इसके बाद सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा जिला पशुपालन विभाग को सभी प्रखंड कार्यालयों को सेंसिटाइज करने के लिए कहा गया है।

क्या बोले सिविल सर्जन

पटना के सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि बर्ड फ्लू का आईसीएआर में फैलने की पुष्टि हुई है लेकिन और कहीं से अभी इस तरह का मामला सामने नहीं आया है। सावधानीवश अस्पतालों और जिला पशुपालन पदाधिकारी को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। प्रभावित इलाके के तीन किलोमीटर के दायरे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने, बुखार सर्वे करने और एंटी वायरल दवाइयों के वितरण का आदेश जारी किया गया है।

बोकारो में भी बर्ड फ्लू

बिहार के अलावा झारखंड के बोकारो में होली से पूर्व बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। आईसीएआर भोपाल में बोकारो राजकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में मुर्गियों में एवियन इन्फ्लूएंजा ए की पुष्टि के बाद एक किलोमीटर के दायरे में सभी मुर्गे और मुर्गियों को मारने का आदेश दिया गया है।

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