चावल-गेहूं, मक्का-मखाना सब्जी और फूल में आगे बढ़ा बिहार; आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े सुखद
- बिहार का कृषि प्रक्षेत्र काफी तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2022-23 में फसल क्षेत्र 6.7 फीसदी, मात्स्यिकी एवं जलकृषि 11.1 फीसदी और पशुधन 2.7 फीसदी की दर से बढ़ा है।

कृषि क्षेत्र में राज्य की 75 फीसदी आबादी नियोजित है। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी यह महत्वपूर्ण योगदाता बना हुआ है। शुक्रवार को विधानमंडल में पेश किये गये आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार बिहार का कृषि प्रक्षेत्र काफी तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2022-23 में फसल क्षेत्र 6.7 फीसदी, मात्स्यिकी एवं जलकृषि 11.1 फीसदी और पशुधन 2.7 फीसदी की दर से बढ़ा है। कृषि, वानिकी और मात्स्यिकी क्षेत्र का राज्यगत मूल्यवर्धन में 20.2 प्रतिशत योगदान है।
बिहार में 2022-23 में 54.6 प्रतिशत जमीन का उपयोग फसलों के उत्पादन के लिए हुआ। वर्ष 2022-23 में शुद्ध बुआई क्षेत्र 5112.8 हजार हेक्टेयर था, जो 2019-20 से 2022-23 के बीच के चार वर्षों में खेती करने वाली जमीन का सर्वाधिक हिस्सा था। इस दौरान फसल उत्पादन काफी बढ़ गया। राज्य में फसल प्रतिरूप में अनाजों के उत्पादन का वर्चस्व बरकरार है। राज्य में अनाजों की खेती वाली जमीन का क्षेत्रफल 7.1 फीसदी बढ़ा। रेशेदार फसलों की खेती 10.6 फीसदी बढ़ा। बिहार में खरीफ में धान और रबी फसल चक्र के प्रमुख हिस्से हैं। वर्ष 2023-24 में कुल चावल उत्पादन 9522.9 हजार टन था। वर्ष 2022-23 और 2023-24 के बीच चावल का उत्पादन 21 प्रतिशत बढ़ा।
इसी तरह गेहूं का 7306.7 हजार टन उत्पादन हुआ जो 2022-23 की अपेक्षा 10.7 फीसदी वृद्धि दर्शाता है। विभिन्न औद्योगिक उपयोगों के लिए ऊंची मांग के कारण हाल के वर्षों में मक्का के उत्पादन के प्रति राज्य में काफी रूचि बढ़ी है। इसीलिए मक्के का उत्पादन 2020-21 के 3521.4 हजार टन से बढ़कर 5864.9 हजार टन हो गया है। वर्ष 2020-21 से 2023-24 के बीच मक्का का उत्पादन 66.6 प्रतिशत बढ़ा है।
सब्जी और फूलों के उत्पादन में भी हुई वृद्धि
इसी तरह वर्ष 2022-23 और 2023-24 के बीच बागवानी में आम का कुल उत्पादन 9.7 फीसदी बढ़ा है। इस दौरान लीची के बागान का क्षेत्रफल 6 फीसदी, जबकि उत्पादन 11.7 फीसदी बढ़ा। बीते वर्षों में सब्जी और फूलों का उत्पादन बढ़ा है। वर्ष 2022-23 में 889.90 हजार हेक्टेयर में सब्जी की खेती हुई, जबकि वर्ष 2023-24 में 894.01 हजार हेक्टेयर में सब्जी की खेती हुई। बिहार में देश का 85 फीसदी मखाना का उत्पादन होता है। वर्ष 2023-24 में 27.8 हजार हेक्टेयर में मखाने की खेती हुई और कुल 56.4 हजार टन मखाना का उत्पादन हुआ।