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Hindi Newsबिहार न्यूज़Bihar Nitish Government disburses 2900 crores to 74540 entities to promote MSME Sector

बिहार में MSME को बढ़ावा देने के लिए 74540 लाभार्थियों को 2900 करोड़ रुपये मिले

  • बिहार में एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने 74540 लाभार्थियों को 2900 करोड़ रुपए की सहायता दी है।

भाषा पटनाThu, 5 Sep 2024 04:25 PM
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बिहार में सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योगों (एमएसएमई) सेक्टर को बढ़ावा देने के मकसद से सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार ने 74540 लाभार्थियों को 2900 करोड़ रुपए की सहायता दी है। सरकार ने दावा किया है कि इससे राज्य की समग्र आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने बताया कि दो योजनाओं के तहत लगभग 74,540 लाभार्थियों के बीच करीब 2,900 करोड़ रुपये वितरित हुए हैं। इनमें एक योजना पिछले साल शुरू हुई थी। 

वंदना प्रेयसी ने कहा, “बिहार में एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा 2018 और 2023 में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना (एमएमयूवाई) और बिहार लघु उद्यमी योजना (बीएलयूवाई) शुरू की गईं। एमएमयूवाई के तहत 2018 से अबतक 34,441 लाभार्थियों को कुल 2,697 करोड़ रुपये वितरित किए गए। इसी तरह बीएलयूवाई के तहत 40,099 लाभार्थियों को पहली किस्त के 200 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं।”

उन्होंने बताया कि बिहार लघु उद्यमी योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों के कम से कम एक सदस्य को रोजगार के अवसर प्रदान करना है, जिनकी मासिक आय 6,000 रुपये से कम है। सचिव ने कहा कि सरकार का उद्देश्य जागरूकता, प्रशिक्षण और सहायता के माध्यम से एमएसएमई को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि एक ओर बिहार को बड़े निवेश मिले रहे हैं तो दूसरी ओर सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए एमएसएमई को बढ़ावा दे रही है।

सचिव ने बताया कि दो दिन के मेगा बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023 के दौरान 278 कंपनियों ने कुल 50,530 करोड़ रुपये के निवेश के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। सरकार ने निवेश और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (बीआईपीपी), बिहार लॉजिस्टिक्स नीति 2023, एथनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति-2021 और कपड़ा और चमड़ा नीति-2022 लागू की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्टार्टअप इकाइयों को भी बढ़ावा दे रही है। वर्ष 2023-24 में 255 स्टार्टअप को मान्यता दी गई। इन स्टार्टअप को शुरुआती पूंजी के तौर पर 11.92 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

नीतीश कुमार ने इस साल अगस्त में नवादा के वारिसलीगंज में अदाणी समूह की इकाई अंबुजा सीमेंट्स की सहायक कंपनी अंबुजा कंक्रीट नॉर्थ प्राइवेट लिमिटेड की 1,600 करोड़ रुपये की सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की आधारशिला रखी थी। इसे सीमेंट उद्योग के किसी निवेशक द्वारा राज्य में किया गया सबसे बड़ा निवेश बताया जा रहा है। अदाणी समूह ने बिहार में विभिन्न क्षेत्रों में 5,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने का फैसला किया है। इसमें मुजफ्फरपुर में सीमेंट निर्माण, पटना के पास लॉजिस्टिक्स और अररिया, किशनगंज व बेगूसराय में कृषि से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं। इनसे रोजगार के 40,000 अवसर पैदा होंगे।

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