बिहार की लीची की विदेशों में धूम, दुबई से बड़ा ऑर्डर; खाड़ी देशों में 50 टन भेजने की तैयारी
अबतक हवाई मार्ग से सीमित मात्रा में लीची भेजी जाती रही है। शिप से अधिक मात्रा में लीची विदेश भेजी जा सकेगी। कहा कि मंगलवार को दुबई की कंपनी लुलु ग्रुप के संतोष मैथुज का ईमेल आया है।

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की लीची के लिए दुबई से बड़ा ऑर्डर आया है। दुबई की कंपनी ने एपीडा, इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बैंक और बिहार लीची एसोसिएशन को मंगलवार को ईमेल भेजकर लीची का ऑडर दिया है। कंपनी ने भारत से शिप से लीची भेजने का आग्रह किया है। इधर, एसोसिएशन का कहना है कि सरकार अगर कंटेनर उपलब्ध कराए तो शिप से लीची भेजना आसान हो जाएगा। कंटेनर से लीची कोलकाता या मुंबई के बंदरगाह तक पहुंचाने में सुविधा होगी।
बिहार लीची एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने बताया कि विदेशों से अबतक का सबसे बड़ा ऑडर दुबई से आया है। अबतक हवाई मार्ग से सीमित मात्रा में लीची भेजी जाती रही है। शिप से अधिक मात्रा में लीची विदेश भेजी जा सकेगी। कहा कि मंगलवार को दुबई की कंपनी लुलु ग्रुप के संतोष मैथुज का ईमेल आया है। उनका कहना है कि चीन की लीची सबसे अधिक विदेश में पहुंचने का कारण जलमार्ग से कंटेनर से भेजना है। कहा कि जिले की लीची का स्वाद और आकार चाइना से बढ़िया रहता है, इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग अधिक रहती है। शिप से लीची भेजी जाए तो किसान और व्यापारी को अधिक मुनाफा होगा।
पटना में 19 व 20 को दो दिवसीय बैठक
बिहार लीची एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने बताया कि अगामी 19 और 20 मई को एपीडा की ओर से पटना में क्रेता-विक्रेता की बैठक होगी। इसमें देश-विदेश के व्यापारी भाग लेंगे। इसमें कृषि उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाने पर चर्चा होगी।
खाड़ी देश में भेजी जाएगी 50 टन लीची
लखनऊ के मोही ग्रुप के दीपक मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष खाड़ी देशों में हवाई मार्ग से 20 टन लीची भेजी गई थी। इस बार 50 टन भेजने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि बिहार की लीची अगर शिप से विदेश भेजी जाने लगे तो अधिक मात्रा में लीची जा सकेगी। बताया कि हाल में मुजफ्फरपुर में लीची एसोसिएशन और उद्यान विभाग संग बैठक हुई थी, जिसमें शिप से लीची भेजने पर चर्चा हुई थी।