बिहार में सबसे बड़ा होगा बिहार राज्य ग्रामीण बैंक, SBI भी पीछे; पटना में मुख्यालय
इसके तहत उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक जो सेंट्रल बैंक द्वारा प्रायोजित है, उसका विलय पंजाब नेशनल बैंक की ओर से प्रायोजित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के साथ होगा और प्रधान कार्यालय पटना में रहेगा।
बिहार का सबसे बड़ा बैंक ग्रामीण बैंक होगा। राज्य के उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के साथ विलय की प्रक्रिया शुरू हो गई है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने आपसी विलय के लिए राज्य के अधिकतम व्यापार वाले ग्रामीण बैंक में दूसरे ग्रामीण बैंक के विलय और राज्य मुख्यालय में प्रधान कार्यालय रखने का निर्देश दिया है। इसके तहत उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक जो सेंट्रल बैंक द्वारा प्रायोजित है, उसका विलय पंजाब नेशनल बैंक की ओर से प्रायोजित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के साथ होगा और प्रधान कार्यालय पटना में रहेगा। इससे एकीकृत ह्य बिहार राज्य ग्रामीण बैंक ह्य सूबे का सबसे बड़ा बैंक हो जाएगा और यह सभी 38 जिलों में संचालित होगा।
बिहार के साथ अन्य राज्यों में भी विलय होगा
भारत सरकार ने उत्तर और दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के साथ ही अन्य राज्य जहां एक से अधिक ग्रामीण बैंक कार्यरत हैं, उनके आपस में विलय की प्रक्रिया शुरू की है। इसी क्रम में सोमवार को केंद्रीय वित मंत्रालय के निदेशक सुशील कुमार सिंह ने संबंधित राज्य सरकार और प्रायोजक बैंक को पत्र लिखकर 15 नवम्बर तक सहमति देने निर्देश दिया है।
विकास की बड़ी प्रक्रिया शुरू होगी
मंगलवार को ऑल इण्डिया ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव डीएन त्रिवेदी ने बताया कि दोनों बैंकों के विलय से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बिहार में भारतीय स्टेट बैंक अबतक सबसे अधिक बैंक शाखाओं वाला बड़ा बैंक था जबकि ग्रामीण बैंकों के विलय से ग्रामीण बैंकों की शाखाओं की संख्या अधिक हो जाएगी।
बैंक के विलय से लाभ
1. ग्रामीण बैंक का संसाधन बढ़ जाएगा व ऋण देने की क्षमता बढ जाएगी। इससे राज्य,खासकर कर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था मजबूत होगी।
2. ग्रामीण बैंक बाजार से पूंजी एकत्र करने में सक्षम होंगे।
3. ग्रामीण बैंक का पूंजी के लिए सरकार पर निर्भरता कम होगी और अपने स्थापना खर्च वहन में आत्मनिर्भर होंगे।