कोसी तटबंध टूटने की होगी जांच, बिहार के दरभंगा, सीतामढ़ी और चंपारण में अब भी बाढ़ में घिरे कई लोग; भोजन की किल्लत
Bihar Flood: उत्तर बिहार में नदियों के तेवर नरम पड़े हैं। प्रभावित जिलों में बाढ़ का पानी कम होने लगा है लेकिन विस्थापितों की दुश्वारियां बरकरार है। अब भी एक लाख से अधिक लोग बच्चों व मवेशियों के साथ तटबंधों व सड़कों के किनारे शरण लिए हुए हैं।
बिहार में बाढ़ से हई बड़ी त्रासदी के बीच उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को कहा कि कोसी पश्चिमी तटबंध टूटने के मामले की सरकार जांच कराएगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित अभियंताओं और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों का जायजा लेने के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में संवेदनशील व सुशासन की सरकार है। वह हर बाढ़ पीडित के साथ खड़ी है। उपमुख्यमंत्री ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल के साथ गौड़ाबौराम अंचल के मलैई व पुनाच गांव में बाढ़ विस्थापित परिवारों के लिए प्रशासन की ओर से बनाये गये राहत शिविरों का जायजा लिया। इस दौरान पीड़ितों की समस्याएं भी सुनीं। उपमुख्यमंत्री ने राहत शिविर में रह रहे विस्थापित परिवारों को समय पर भोजन व जलपान की व्यवस्था करने का आदेश दिया।
उत्तर बिहार में नदियों के तेवर नरम पड़े हैं। प्रभावित जिलों में बाढ़ का पानी कम होने लगा है लेकिन विस्थापितों की दुश्वारियां बरकरार है। अब भी एक लाख से अधिक लोग बच्चों व मवेशियों के साथ तटबंधों व सड़कों के किनारे शरण लिए हुए हैं। वहां, उन्हें भोजन, पानी, दूध व दवाइयों की कमी से जूझना पड़ रहा है। हालांकि, अब भी दरभंगा, सीतामढ़ी व चंपारण में बड़ी संख्या में लोग बाढ़ से घिरे हैं। उनके घरों में पानी है। सड़कों पर भी दो से तीन फीट पानी बह रहा है।
जहां पानी कम हो गया है, वहां घरों में कीचड़ है और बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ गई है। सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर, बेलसंड व परसौनी में बीते रविवार से ही बिजली गुल है। रुन्नीसैदपुर ग्रिड और अंचल सह प्रखंड कार्यालय में दो से तीन फीट पानी है। आसपास के मोहल्लों में भी दो से तीन फीट पानी है। बाढ़ प्रभावितों के बीच राहत व बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। कई जगहों पर लोगों के इलाज के लिए शिविर लगाए गए हैं।
रुन्नीसैदपुर, पुपरी व बोखड़ा के नए क्षेत्रों में फैल रहा पानी
सीतामढ़ी जिले से होकर बहनेवाली नदियों के जलस्तर में कमी आ रही है। हालांकि, रुन्नीसैदपुर, पुपरी व बोखड़ा के नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। बेलसंड व परसौनी से बाढ़ का पानी नीचे उतर रहा है। बुधवार को रुन्नीसैदपुर के बघारी, टिकौली, मानिकचौक के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में पानी का फैलाव बढ़ा है। यहां पर धान की फसलें डूबी हैं। बोखड़ा में भी बाढ़ का पानी फैल रहा है। बाजपट्टी व पुपरी में अधवारा समूह की नदियों के उफान से सरेह में पानी फैला है। रुन्नीसैदपुर टोल प्लाजा के पास बाढ के पानी में स्नान करने के दौरान बच्चा डूब गया। बेलसंड में कई सड़कें टूट गयी हैं। बेलसंड कोठी रोड पूरी तरह तहस-नहस हो गया है।
बेलसंड-चंदौली रोड पर करीब 50 मीटर में रोड कट गया है। बिजली के खंभे कई जगहों पर टूट गए हैं। पश्चिम चंपारण में बाढ़ का पानी कम होने लगा है। बगहा के ठकराहा के हरखटोला, पिपरासी के श्रीपतनगर, भैंसहिया, सेमरा लबेदहा, मंझरिया से पानी निकल रहा है। मधुबनी के चिउरही व सिसही में भी पानी कम हो गया हैं। हालांकि, बड़ी संख्या में लोग अब भी तटबंध पर शरण लिये हुये हैं। करताहा नदी का पानी आधा दर्जन गांवों में जमा है। इससे लोग परेशान हैं। बैरिया में भी पानी का बहाव कम हुआ है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
कीचड़ में सनी फसलें व टूटे घरों के देख रहा फट रहा कलेजा
पूर्वी चंपारण में भी बाढ़ का पानी कम होने लगा है। इसके साथ तबाही का मंजर दिखने लगा है। कीचड़ में सनी फसलें व घरों के बिखड़े तिनके देख लोगों का कलेजा फटने लगा है। पीडी रिंग बांध के कटावस्थल पर पानी का बहाव कम हुआ है। यहां दर्जनभर गांवों में पानी अब भी है। सुगौली स्टेशन रोड पर सिकरहना नदी का पानी बह रहा है। सुगौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पानी घुसा हुआ है। सुगौली में बड़ी संख्या में लोग एनएच 28 पर शरण लिए हुए हैं। यहां कई सड़कों पर अब भी दो फीट तक पानी बह रहा है। केसरिया में मझरिया जाने वाले पुल पर पानी बहने से आवागमन ठप है। जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई स्कूलें बंद हैं।
दरभंगा के किरतपुर प्रखंड के भुवौल में पश्चिमी कोसी तटबंध टूटने से बाढ़ के पानी में लगातार कमी आ रही है, पर विस्थापितों की परेशानी बरकरार हैं। 50 हजार से अधिक बाढ़ पीड़ित अब भी पश्चिमी कोसी तटबंध पर शरण लिए हुए हैं। वहां उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, बाढ़ के पानी में बुधवार को डूबने से एक युवक की मौत हो गयी। वह पॉलीथिन शीट लेने एनएच पर जा रहा था, इसी दौरान वह बाढ़ के पानी में डूब गया।