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Flood in Bihar:घटने लगा पानी तो बढ़ा बीमारियों का खतरा, डूबकर सात की मौत

सीतामढ़ी में बागमती के जलस्तर में कमी के बाद से बेलसंड व रुन्नीसैदपुर में बाढ़ में कमी आयी है। बेलसंड मुख्यालय से पानी निकल गया है। लेकिन, जिले के पुपरी व चोरौत में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बांध पर दबाव है। बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुर/भागलपुर, हिन्दुस्तान टीमThu, 3 Oct 2024 08:42 PM
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उत्तर और पूर्वी बिहार के जिलों में बाढ़ का पानी कम होने के साथ ही बीमारियां फैलने का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि, प्रशासन सतर्क है और जगह-जगह कैंप लगाकार लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। घरों में पसरे कीचड़ की सफाई बड़ी समस्या है। वहीं, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी व दरभंगा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब भी कई सड़कों पर पानी बह रहा है। घरों में भी पानी है। बड़ी संख्या में लोग तटबंधों और एनएच किनारे बदहाली का जीवन जी रहे हैं। सीतामढ़ी के बेलसंड व रुन्नीसैदपुर से रविवार से बिजली गुल है। उधर, नेपाल में बारिश की वजह से कोसी नदी एक बार फिर उफना गई है।

सीतामढ़ी में बागमती के जलस्तर में कमी के बाद से बेलसंड व रुन्नीसैदपुर में बाढ़ में कमी आयी है। बेलसंड मुख्यालय से पानी निकल गया है। लेकिन, जिले के पुपरी व चोरौत में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बांध पर दबाव बढ़ा है। पश्चिम चंपारण में पशुओं के चारा का गंभीर संकट है। फसलें बर्बाद हो गई हैं। लोगों का कहना है कि अगर जल्द दवाइयों का छिड़काव नहीं कराया गया तो बीमारियां फैल सकती है। हालांकि, अब भी लोग तटबंधों पर शरण लिए हुए हैं और उनके सामने भोजन व पानी का संकट है। दरभंगा जिले से होकर बहनेवाली बागमती और अधवारा नदी का जलस्तर गुरुवार को खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया।

बागमती का जलस्तर हायाघाट में तथा अधवारा का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान को पार कर गया है। हायाघाट नगर पंचायत के घरारी व नयाटोला का सड़क संपर्क जिला व प्रखंड मुख्यालय से कट गया है। पश्चिमी कोसी तटबंध पर शरण लिए बाढ़ पीड़ितों को धूप व बारिश को झेलते हुए समय बिताना पड़ रहा है। पूर्वी चंपारण के सुगौली में सिकरहना नदी का पानी कई स्कूल में घुस गया है। सुगौली थाना परिसर अभी भी बाढ़ के पानी से घिरा है।

इस बीच, सुपौल में कोसी नदी के जलस्तर में गुरुवार को अचानक बढ़ोतरी से लोगों के बीच हड़कंप मच गया। बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान सुपौल और किशनपुर प्रखंड में हुआ है। सैकड़ों लोगों के घर कोसी की तेज धारा में विलीन हो गए हैं।

डूबने से सात की मौत

सीमांचल, कोसी और पूर्वी बिहार में बाढ़ के पानी में डूबने से सात लोगों की मौत हो गई। दो बच्चे लापता हैं। कटिहार में गुरुवार को अमदाबाद थाना क्षेत्र के लखनपुर पंचायत में महानंदा नदी में डूबने से चार वर्षीय बालक की मौत हुई है। वहीं आजमनगर की हरनागर पंचायत के केलवाड़ी गांव में बाढ़ के पानी में डूबने से एक वृद्ध की मौत हो गई। बारसोई प्रखंड की बलतर पंचायत अंतर्गत बनभई पुल के नीचे महानंदा नदी में नहाने के क्रम में दो बच्चा लापता हो गये। गोताखोरों द्वारा बच्चों की तलाश जारी है।

मुख्यमंत्री आज दरभंगा में करेंगे बाढ़ की समीक्षा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दरभंगा में जिले के वरीय अधिकारियों के साथ बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से बिरौल जाएंगे। वहां वे बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर राहत वितरण व अन्य सुविधाओं की जानकारी लेंगे। इसके बाद वे वहीं से पटना लौट जाएंगे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर लहेरियासराय के पोलो मैदान तथा बिरौल के खोड़ागाछी में हेलीपैड बनाया गया है।

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