हाजिरी बना कर स्कूल से गायब हो गए, एस सिद्धार्थ ने फोन किया तो दुकान पर मिले हेडमास्टर जी; खूब लगी क्लास
- किसी तरह बात को संभालते हुए हेडमास्टर साहब ने जवाब दिया जाते हैं, टाइम पर आए थे सर। इसके बाद एस सिद्धार्थ ने कहा मतलब हाजिरी बना कर स्कूल से गायब हो गए? इसका मतलब तो यही हुआ ना कि आप सुबह हाजिरी बनाए हैं और आराम से घर भाग गए?

बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ अक्सर वीडियो कॉल कर राज्य के विभिन्न स्कूलों में छात्रों और टीचरों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते रहते हैं। सोमवार को जब ACS एस सिद्धार्थ ने जब ऐसे ही एक स्कूल के टीचर को फोन लगाया तो हेडमास्टर साहब स्कूल की बजाए दुकान पर मौजूद मिले। इसके बाद एस सिद्धार्थ ने उनकी खूब क्लास ली। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षा विभाग के एसीएस ने पूर्वी चंपारण के हरसिद्धी प्रखंड के जीएमएस मुरारपुर के हेडमास्टर को फोन लगाया था।
एस सिद्धार्थ ने फोन लगाने के बाद फोन उठाने वाले हेडमास्टर साहब से पूछा कि रितेश कुमार वर्मा जी बोल रहे हैं? इसपर हां में जवाब मिलते ही एस सिद्धार्थ ने तुरंत पूछा कि रितेश जी स्कूल में हैं क्या? इसके बाद स्कूल के गुरुजी ने कहा, ‘जी सर, हम दो मिनट में आ रहे हैं, दुकान पर गए थे।’ इसपर एस सिद्धार्थ ने पूछा कि दुकान पर क्या कर रहे थे? तो जवाब मिला कि आ ही गए सर, पहुंच गए सर। शिक्षा विभाग के अधिकारी ने दोबारा पूछा कि दुकान पर क्या कर रहे थे? स्कूल में मन नहीं लग रहा है? आप वीडियो ऑन करिए। वीडियो वाला फोन नहीं है? आप दुकान पर क्या कर रहे थे? आप क्या कर रहे थे दुकान पर?
आप स्कूल में टाइम पर नहीं जानते हैं क्या?' एस सिद्धार्थ के सवालों को सुन हेडमास्टर साहब के होश उड़े हुए थे। किसी तरह बात को संभालते हुए मास्टर साहब ने जवाब दिया जाते हैं, टाइम पर आए थे सर। इसके बाद एस सिद्धार्थ ने कहा मतलब हाजिरी बना कर स्कूल से गायब हो गए? इसका मतलब तो यही हुआ ना कि आप सुबह हाजिरी बनाए हैं और आराम से घर भाग गए? एसीएस की बात सुनकर हेडमास्टर साहब ने कहा नहीं सर यहां से मेरा घर 30 किलोमीटर दूर है। एसखू सिद्धार्थ ने तुरंत कहा कि अभी साढ़े ग्यारह बज रहा है और आप स्कूल में नहीं हैं। दूसरा टीचर से बात कराइए। हालांकि, मास्टर साहब तुरंत दूसरे टीचर से बात नहीं करा सके।
अब मामले को एस सिद्धार्थ ने गंभीरता से लेते हुए डीईओ को स्कूल का जांच कर करवाई का आदेश दिया। अपर मुख्य सचिव के आदेश से डीपीओ स्थापना साहेब आलम व प्रभारी बीईओ आलोक कुमार श्रीवास्तव स्कूल में पहुंचे। जहां हेडमास्टर सहित तीन शिक्षक मिले। शिक्षकों में रितेश कुमार वर्मा, नवीन कुमार गिरि व निभा कुमारी मिली। जांच में स्कूल में एमडीएम नहीं बना हुआ मिला। हेडमास्टर ने बताया कि दो रसोइया है। दोनो नहीं आई थी। झोपडी में उक्त विद्यालय 2010 से संचालित है। डीपीओ ने कहा कि हेडमास्टर से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उनके ऊपर कड़ी करवाई की जाएगी। अपर मुख्य सचिव के रैंडम जांच की खबर से पूरे जिले के शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। उक्त विद्यालय मुरारपुर संकुल संसाधन केंद्र से जुड़ा हुआ है।