Bihar By Election 2024: बिहार की चार सीटों के लिए NDA और इंडिया ने लगाया खूब जोर, जनसुराज की अग्निपरीक्षा
Bihar By Election 2024 : एनडीए की ओर से प्रत्याशियों के पक्ष में ज्यादा जनसभाएं और रोड शो किये गये। वहीं महागठबंधन नेताओं ने ताबड़तोड़ सभाएं कीं। पहली बार मैदान में उतरे जन सुराज ने सर्वाधिक सभाएं कीं।
बिहार में चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव के प्रचार का शोर सोमवार की शाम थम गया। बुधवार को मतदान होगा। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे इस उपचुनाव को सभी दलों ने सेमीफाइनल के तौर पर लिया है। एनडीए और इंडिया गठबंधन ने जीत के लिए खूब जोर लगाया है। दोनों गठबंधनों के सभी प्रमुख दलों के वरीय नेताओं की हर क्षेत्र में चुनावी सभाएं हुईं। कुछ नेताओं ने रोड शो भी किए। चुनाव प्रचार में किसी ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा। पहली बार चुनाव मैदान में उतरे जनसुराज के लिए भी यह उपचुनाव अग्निपरीक्षा है। एनडीए की ओर से प्रत्याशियों के पक्ष में ज्यादा जनसभाएं और रोड शो किये गये। वहीं महागठबंधन नेताओं ने ताबड़तोड़ सभाएं कीं। पहली बार मैदान में उतरे जन सुराज ने सर्वाधिक सभाएं कीं।
सभाओं के दौरान दोनों पक्षों की ओर परिवारवाद के मुद्दे उठाए गये और उनके जवाब भी आए। रोजगार और नौकरी को लेकर दोनों पक्ष ने एक-दूसरे पर सवाल उठाए, साथ ही दावे-प्रतिदावे भी हुए। इंडिया गठबंधन की ओर से 18 माह में नौकरी देने का श्रेय भी लेने की कोशिश हुई। एनडीए नेताओं ने उसे नकारते हुए कहा, नौकरी देने का श्रेय सिर्फ नीतीश कुमार को है। एनडीए ने विकास, डबल इंजन की सरकार को मुद्दा बनाया तथा राजद की पुरानी सरकार के दौरान विधि व्यवस्था की याद दिलाई। तो, महागठबंध की ओर से 18 महीने के कार्यकाल में मिली सरकारी नौकरियां गिनाई गई। साथ ही अपराध की हालिया घटनाओं का भी जिक्र हुआ।
गौर हो कि साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में इन चार सीटों में से एनडीए (हम) को सिर्फ इमामगंज में जीत मिली थी। वहीं, रामगढ़ और बेला में राजद तो तरारी में माले जीता था। लेकिन इस उपचुनाव में दोनों गठबंधनों की कोशिश है कि वह चारों सीटों पर अपना कब्जा जमा ले। लोकसभा चुनाव परिणाम से उत्साहित एनडीए की कोशिश है कि चारों सीट जीतकर अगले साल के बिहार चुनाव को लेकर पुख्ता संदेश दे। वहीं विधानसभा और लोकसभा चुनाव में दक्षिण बिहार में अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहे इंडिया गठबंधन की कोशिश है कि वह इस इलाके में अपनी पकड़ बरकरार रखे।
इधर, जनसुराज पहली बार डंके की चोट पर पहली बार मैदान में उतरी है। पटना की रैली से जो मनोबल इस दल का बना था, वह वोट में कितना तब्दील हुआ, इसपर सबकी नजरें रहेंगी। चारों सीटों पर बसपा ने भी प्रत्याशी उतारे हैं। हालांकि किस दल की मंशा पूरी होगी, किस गठबंधन की अपील को जनता ने सिर-माथे पर लिया, इसका पता तो 23 नवम्बर को परिणाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा।
किस नेता ने कितनी सभाएं की हैं।
एनडीए-:
नीतीश कुमार - 4 सभा
दिलीप जायसवाल - 12 सभा, 5 रोड शो
सम्राट चौधरी - 12 सभा, 4 रोड शो
उमेश कुशवाहा - 20 सभा
जीतन राम मांझी - 11 सभा
संतोष सुमन - 9 सभा
चिराग पासवान - 2 जनसभा
इंडिया गठबंधन - :
लालू प्रसाद - 1 जनसभा
तेजस्वी यादव - 5 सभा, 2 रोड शो
मुकेश सहनी - 5 सभा
दीपंकर भट्टाचार्य - 10 सभा, रोड शो भी
अखिलेश प्रसाद सिंह - 14 सभा
जनसुराज - :
प्रशांत किशोर - 125 सभा