Munger s Cricket Talent Hindered by Lack of Stadium and Resources बोले मुंगेर: ना मैदान ना अन्य संसाधन, कैसे बनें विराट कोहली और सचिन, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बोले मुंगेर: ना मैदान ना अन्य संसाधन, कैसे बनें विराट कोहली और सचिन

मुंगेर में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन यहां एक भी आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम नहीं है। खिलाड़ियों को खराब सतहों पर अभ्यास करना पड़ता है। आईपीएल ट्रायल में धरहरा के 2 खिलाड़ियों का चयन हुआ था,...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSun, 13 April 2025 10:46 PM
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बोले मुंगेर: ना मैदान ना अन्य संसाधन, कैसे बनें विराट कोहली और सचिन

प्रस्तुति: गौरव कुमार मिश्रा मुंगेर में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। धरहरा के 2 खिलाड़ी आईपीएल ट्रायल में शामिल हो चुके हैं। लेकिन जिले में खेल संसाधनों और क्रिकेट स्टेडियम की कमी के कारण उनकी प्रतिभा कुंठित होती जा रही है। जिले में एक भी समुचित क्रिकेट स्टेडियम नहीं है, जिससे खिलाड़ी अच्छे से अभ्यास कर सकें। उन्हें ऊबड़-खाबड़ मैदानों पर अभ्यास करना पड़ता है और टूर्नामेंट खेलने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। 'बोले मुंगेर' कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों ने दैनिक हिन्दुस्तान से बातचीत में अपनी समस्याएं खुलकर सामने रखीं।

धरहरा गांव के दो खिलाड़ी का आईपीएल ट्रायल में खेलने का मौका भी मिला था, जो यह साबित करता है कि यहां क्रिकेट खेल प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। क्रिकेटरों ने कहा कि पोलो ग्राउंड में स्टेडियम बनाना उपयुक्त नहीं होगा क्योंकि यह एक राजनीतिक मैदान है जहां सरकारी कार्यक्रम और नेताओं के भाषण होते रहते हैं। स्टेडियम को ऐसे क्षेत्र में बनाया जाना चाहिए जहां केवल क्रिकेट खिलाड़ी अभ्यास और प्रतियोगिता कर सकें। खिलाड़ियों का कहना था कि यदि खिलाड़ियों को स्टेडियम, खेल सामग्री और सरकारी स्तर पर प्रशिक्षण की सुविधा दी जाए, तो मुंगेर से भी एम.एस. धोनी और सचिन जैसे खिलाड़ी निकल सकते हैं।

जिले के लगभग 5,000 क्रिकेटर अपने भविष्य के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन खेल सुविधाओं के अभाव में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। क्रिकेटर रवि कुमार ने बताया कि न तो सरकार और न ही स्थानीय प्रशासन खिलाड़ियों को उचित मंच प्रदान कर रहा है। पोलो ग्राउंड में स्टेडियम बनाना व्यावहारिक नहीं है क्योंकि वहां हेलीपैड बना दिया गया है और मैदान की सतह भी समतल नहीं है, जिससे खिलाड़ी चोटिल हो जाते हैं। पोलो ग्राउंड पर अन्य खेल गतिविधियों के साथ-साथ सरकारी आयोजन भी होते रहते हैं, जिससे खिलाड़ियों के अभ्यास और टूर्नामेंट के आयोजन में परेशानी आती है। आयोजकों को प्रशासनिक अनुमति लेने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जब यह मैदान अन्य आयोजनों के लिए उपयोग में होता है, तो खेल गतिविधियां बाधित हो जाती हैं और खिलाड़ियों को प्रतिकूल परिस्थितियों में भी टूर्नामेंट आयोजित करने पड़ते हैं।

मुख्यालय में ऐसा कोई मैदान नहीं है जहां केवल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हो सके। इसके बावजूद, क्रिकेटर जैसे-तैसे अभ्यास करते हैं और अपने सपनों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। क्रिकेटर रवि कुमार ने बिहार सरकार से आग्रह किया है कि पोलो ग्राउंड के बजाय पास के किसी उपयुक्त स्थान पर केवल खिलाड़ियों के लिए एक समर्पित स्टेडियम का निर्माण कराया जाए, जिससे वे राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें।

प्रतिभाओं को नहीं मिल रहा उचित अवसर:

क्रिकेटर सौर्य गुप्ता का कहना है कि मुंगेर में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन उचित प्रशिक्षण, संसाधन और अवसर के अभाव में वे अपनी क्षमता का पूरा प्रदर्शन नहीं कर पाते। मुंगेर जिला क्रिकेट संघ के अधिकारी भी खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं कर रहे हैं। परिणामस्वरूप, आर्थिक रूप से सक्षम खिलाड़ी दूसरे जिलों और राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं।

आईपीएल में मुंगेर के दो खिलाड़ी हुए थे शामिल:

आइपीएल ट्रायल के लिए धरहरा प्रखंड के दो खिलाड़ियों का चयन हुआ था। धरहरा के औड़ाबगीचा निवासी आयुष आदित्य का चयन बल्लेबाज के रूप में किया गया है, जबकि अमरजीत कुमार का चयन गेंदबाज के रूप में किया गया था। दोनों खिलाड़ियों ने बताया कि 25 दिसंबर 2024 से आइपीएल ट्रायल से पहले गोवा में आयोजित कैंप में भाग लेने गए थे। जो 22 जनवरी तक चला। उसके बाद फरवरी में आयोजित आइपीएल ट्रायल में शामिल होना था। किसी कारणवश वे इसमें शामिल नहीं हो पाए। आगे बताया कि जिले में अगर आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण हो तो यहां अच्छे से खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकते हैं अभी भी कई क्रिकेटर जिले में है जिनको उचित सलाह और रास्ता दिखाया जाए तो वह लोग भी आईपीएल और टी 20 में खेल सकते हैं। कई खिलाड़ियों का अब उम्र भी खत्म हो रहा है सरकार को चाहिए कि अत्यधिक स्टेडियम का निर्माण करना चाहिए।

इंफोग्राफिक:

01 भी मैदान क्रिकेट खेलने के लायक नहीं है जिले में

5000 क्रिकेटर जिले में अपना भविष्य बनाने के लिए दिन-रात करते हैं मेहनत

2 खिलाड़ी धरहरा केआईपीएल ट्रायल में किए थे प्रदर्शन

शिकायत:

1. जिले में एक भी आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम नही है, जिससे खिलाड़ियों को खराब सतह वाले मैदान पर अभ्यास करना पड़ता है।

2. खिलाड़ियों को लेदर बॉल क्रिकेट की सुविधा नहीं मिलती, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर खेलना कठिन हो जाता है।

3. कई वर्षों से स्टेडियम की मांग की जा रही है लेकिन अब पोलो मैदान में स्टेडियम बनने से क्रिकेटरों की समस्या बरकरार रहेगी।

4. जिला क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से भी कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराया जाता है, जिससे योग्य खिलाड़ियों को उचित स्थान नहीं मिल पाता है।

5. पोलो ग्राउंड में स्टेडियम बन जाने से शहर का रौनक खराब हो जाएगा और क्रिकेटरों को भी यहां खेलने में काफी परेशानी होगी।

सुझाव:

1.प्रशासन को जल्द-से-जल्द एक अच्छे क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण एवं क्रिकेट संबंधी सुविधाओं का विकास करनै चाहिए, ताकि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा मिल सके।

2.क्रिकेट खिलाड़ियों का क्रिकेट में भविष्य बने इसके लिए आवश्यक संसाधन, उचित कोचिंग और टर्फ विकेट की व्यवस्था करनी चाहिए।

3.स्टेडियम निर्माण योजना को पुन: सक्रिय किया जाए और उसकी प्रगति पर प्रशासन को जवाबदेह बनाया जाए।

4.जिला क्रिकेट एसोसिएशन में भेदभाव को खत्म कर निष्पक्ष चयन प्रक्रिया लागू की जाए, जिससे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अवसर मिल सके।

5. स्टेडियम पोलो ग्राउंड को छोड़कर आसपास के क्षेत्र में निर्माण करना चाहिए ताकि वहां क्रिकेटरों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी ना वहां कोई सरकारी कार्यक्रम होंगे।

जिले में एक भी आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम नहीं है, जिससे खिलाड़ियों को खराब सतह वाले मैदानों पर अभ्यास करना पड़ता है। पोलो ग्राउंड से हटकर अन्य जगहों पर हाईटेक स्टेडियम का हो निर्माण।

- रवि गुप्ता

खिलाड़ियों को लेदर बॉल क्रिकेट की सुविधा नहीं मिलती, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर खेलना कठिन हो जाता है।

- शौर्य गुप्ता

पोलो फील्ड से हटकर क्रिकेटरों के लिए स्टेडियम का हो निर्माण। सरकारी स्तर पर ट्रेनिंग की भी हो व्यवस्था।

- ईशान यादव

अपना भविष्य बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। लेकिन, यहां एक भी क्रिकेट ग्राउंड एवं अन्य खेल सुविधाएं नहीं होने के कारण यहां के क्रिकेट खिलाड़ी एक टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए भी परेशान रहते हैं। साथ ही इस ग्राउंड के शौचालय में भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है।

- सचिन राज

मुंगेर में कई प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं, लेकिन उन्हें उचित प्रशिक्षण, संसाधन एवं मौका नहीं मिलने के कारण वे अपनी पूरी क्षमता का प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।

- शशि

राष्ट्रीय स्तर पर लेदर बॉल से खेला जाता है, जबकि जिले में केवल टेनिस बॉल से अभ्यास करने की सुविधा है। इससे खिलाड़ियों को उच्च स्तर पर मुकाबले करने में कठिनाई होती है।

- प्रशांत कुमार

अत्यधिक जिले में स्टेडियम का निर्माण हो ताकि यहां के खिलाड़ी और बाहर के खिलाड़ी जिले के स्टेडियम में खेलकर देश में अपनी एक पहचान बना सके। इसे जिले की भी डेवलपमेंट होगी।

- अमित कुमार

जिले के क्रिकेट खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए यहां पर क्रिकेट स्टेडियम जरूरी है।यह अन्य स्टेडियम से बेहतर हो।

- निखिल रंजन

मुंगेर में क्रिकेट के विकास के लिए अलग से मैदान एवं टार्क विकेट की आवश्यकता है। डीएम साहब टर्क विकेट के लिए खेल मैदान का निर्माण कराया जाए।

- राजा

मुंगेर में टार्क विकेट मैदान होता तो यहां के खिलाड़ी भी राज्य एवं देश के स्तर पर अपनी प्रतिभा निखार सकते हैं।

- राज

क्रिकेट प्रतिभा काफी है लेकिन उन्हें संसाधन उपलब्ध नहीं है। स्टेडियम के अभाव के कारण खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

- मनीष

खेल मैदान के अभाव में हम क्रिकेट खिलाड़ियों को सही ढंग से अभ्यास करने का मौका नहीं मील पाते हैं।

- गौरव

राष्ट्रीय स्तर पर टर्क विकेट पर खेला जाता है। इसके लिए अलग से स्टेडियम बनाए जाए और समुचित व्यवस्था हो।

- आकाश गुप्ता

पोलो ग्राउंड मैदान में स्टेडियम बनने से क्रिकेटरों को कोई लाभ नहीं मिलेगा। यहां आए दिन नेता या सरकारी कार्यक्रम होते रहते हैं प्रशासन फिर क्रिकेट खेलने पर तत्काल रोक लगवाएगी।

- मोहम्मद दानिश

इंदौर स्टेडियम के तर्ज पर मुंगेर मुख्यालय के आस पास के क्षेत्र में ही हो क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण। यहां से खेल कर देश में अपनी एक पहचान बना सके।

- आर्यन यदुवंशी

जिले में क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए जगह नहीं है। और है भी तो उबड़ खाबड़ मैदान है। खेलने के दौरान कई बार खिलाड़ी चोटिल भी हो जाते हैं।

- रोहित

क्या कहते हैं जिम्मेदार

क्रिकेटरों की समस्या मेरे संज्ञान में नहीं था। यहां पर स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव आया हुआ है। विभाग की ओर से अभी फुटबॉल और हॉकी के लिए आया है। मामला संज्ञान में अभी आया है। क्रिकेटर की समस्या को देखते हुए विभाग को क्रिकेट स्टेडियम के लिए प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। फिर जैसा विभाग की ओर से निर्देश प्राप्त होगा वैसा किया जाएगा।

- अभिषेक कुमार, प्रभारी नगर आयुक्त सह खेल पदाधिकारी

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