जमुई : नारंगजो और पांती एसटी आबादी गांवों के लिए सड़क और पुल निर्माण मांग की आवाज बनी अभाविप
झाझा के बालियाडीह पंचायत अंतर्गत नारंगजो और बाराकोला पंचायत के पांती गांवों में सड़क और पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सांसद अरुण भारती को आवेदन भेजा है। अभाविप ने इस मुद्दे को उठाया है,...

झाझा । नगर संवाददाता प्रखंड के दो आदिवासी निवासित गांवों बालियाडीह पंचायत अंतर्गत नारंगजो और बाराकोला पंचायत के पांती गांवों के लिए सड़क और पुल निर्माण की आवाज अभाविप बनी है। ग्रामीणों की मांग को नेतृत्व देते हए जमुई के सांसद अरुण भारती को ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन के साथ मांग-पत्र भेजा है। प्रखंड के ग्रामीण और आदिवासी बहुल इलाकों में सड़क व पुल जैसी मूलभूत सुविधाओं के आभाव को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद /अभाविप ने आवाज बुलंद की है। शनिवार को अभाविप के जिला सोशल मीडिया संयोजक कार्तिक कुसुम यादव ने जमुई के सांसद अरुण भारती को एक विस्तारपूर्वक मांग-पत्र लिखा है।
इसमें नारंगजो छिड़ा आदिवासी टोला और पांती गांव में शीघ्र सड़क और पुल निर्माण की मांग की गई है। मांग-पत्र में उल्लेख किया गया है कि बलियाडीह पंचायत के अंतर्गत आने वाला नारंगजो छिड़ा आदिवासी गांव आज भी मुख्य सड़क मार्ग से कटा हुआ है। इस गांव को जोड़ने वाला एकमात्र पगडंडी रास्ता वर्षा ऋतु में एक छोटी नदी के कारण अवरुद्ध हो जाता है। इससे न केवल बच्चों को बाराकोला स्थित हाई स्कूल जाने में कठिनाई होती है, अपितु ग्रामीणों को भी स्वास्थ्य, शिक्षा और आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी एवं आपूर्ति में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।महत्वपूर्ण बात यह है कि इस टोले (हैबिटेशन सर्वे आईडी: 93576) को मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना एमएमजीएसवाई (MMGSY) के अंतर्गत चिन्हित किया जा चुका है, लेकिन निर्माण कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हुआ है, जिससे क्षेत्र में निराशा व्याप्त है।वहीं बाराकोला पंचायत के पांती गांव में सड़क निर्माण तो हुआ है, लेकिन मार्ग में स्थित नदी पर आज तक पुल नहीं बन पाया है। हर साल बरसात में यह गांव मुख्य मार्ग से पूरी तरह कट जाता है। आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को चारपाई पर उठा कर लाना पड़ता है। स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है और किसान अपनी फसल बाजार तक नहीं पहुंचा पाते। पत्र में सांसद से आग्रह किया गया है कि वे ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव/अपर मुख्य सचिव को यथाशीघ्र निर्देश जारी कराएं, ताकि इन दोनों गांवों में सड़क और पुल निर्माण कार्य जल्द शुरू हो सके और वहां के लोगों को सुविधाएं मिल सकें।पत्र के साथ ग्रामीणों की हस्ताक्षर युक्त समर्थन सूची भी संलग्न की गई है, जो इस मांग को जन सहयोग से जुड़ा प्रमाणित करती है।मौके पर स्थानीय आदिवासी छोटकी हंसदा, रमेश मरांडी, छोटेलाल मरांडी, मझली हंसदा, सरिता मुर्मू एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित थे, जिन्होंने अभाविप के इस प्रयास को अपना समर्थन दिया।
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