भागलपुर में नए एयरपोर्ट के लिए सुल्तानगंज में मिली जमीन, केंद्र को भेजे गए तीन जगहों के प्रस्ताव
भागलपुर जिला प्रशासन ने केंद्रीय संस्थान सिविल विमानन निदेशालय को नए एयरपोर्ट की जमीन के लिए तीन जगहों के प्रस्ताव भेजे हैं। इनमें से दो सुल्तानगंज, तो एक गोराडीह में है।
बिहार के भागलपुर में नए एयरपोर्ट के लिए जमीन की खोज पूरी हो गई है। नया एयरपोर्ट जिले के सुल्तानगंज में भी बनाया जा सकता है। पहले गोराडीह में ही गोशाला की जमीन पर हवाई अड्डा बनाने का प्रस्ताव था। मगर जगह कम पड़ने की वजह से अब सुल्तानगंज में दो जगहों का चयन करते हुए केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले सिविल विमानन निदेशालय को प्रस्ताव भेजा गया है। हालांकि, जिलाधिकारी ने गोराडीह समेत तीन जगहों के प्रस्ताव मंत्रिमंडल सचिवालय को भेजे, जिनमे से दो सुल्तानगंज में हैं।
जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा नए एयरपोर्ट के निर्माण हेतु सुल्तानगंज-देवघर रोड से पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन से दक्षिण की ओर कुल 855 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। इसमें मसदी मौजा में 300 एकड़, नोनसर मौजा में 225 एकड़, राजगंज मौजा में 50 एकड़, कसवा मौजा में 205 एकड़, सुजापुर मौजा में 40 एकड़ और मंझली मौजा में 35 एकड़ जमीन होने की जानकारी दी गई है।
इसके अलावा सुल्तानगंज में ही अकबरनगर-शाहकुंड रोड से पश्चिम एवं फोरलेन से दक्षिण की ओर स्थित एक और जमीन का प्रस्ताव भी भेजा गया है। इसमें अकबरनगर मौजा में 573.5 एकड़, महेशी में 75 एकड़, रब्बीचक में 10 एकड़, रसीदपुर में 125 एकड़ व मिरहट्टी मौजा में 50 एकड़ यानी कुल 833.5 एकड़ जमीन उपलब्ध है।
वहीं, गोराडीह में चिह्नित की गई जमीन में 660.57 एकड़ सरकारी भूमि होने की बात कही गई है। इसमें गोशाला की वर्तमान 281.57 एकड़ जमीन होगी। खरवा (थाना 470) मौजा में 38 एकड़, भारत सरकार अमानत मौजा में 276 एकड़ और खरवा (थाना 497) में 65 एकड़ जमीन होने की बात कही गई है।
भागलपुर के एडीएम महेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि इन तीनों जमीनों का सर्वे नक्शा उपलब्ध कराने के लिए गोराडीह और सुल्तानगंज के सीओ को निर्देश दिए गए हैं। इन तीनों भूखंडों के प्रस्ताव स्थानीय प्रशासन की ओर से भेज दिए गए हैं। अब विमानन निदेशालय को अंतिम फैसला लेना है कि भागलपुर में नया एयरपोर्ट इनमे से किस जगह पर बनाया जाएगा।
प्रशासन ने मुआवजे की राशि भी मांगी
सुल्तानगंज में प्रस्तावित नए एयरपोर्ट की जमीन के एवज में भूमि अधिग्रहण में सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से सिविल विमानन निदेशालय को चिह्नित मौजे की अनुमानित रकबा की वर्तमान दर (एमवीआर) और मुआवजे की संभावित राशि भी भेजी गई है। प्रस्ताव संख्या 1 में सुल्तानगंज-देवघर रोड से पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन से दक्षिण चिह्नित कुल 855 एकड़ जमीन के लिए 4 अरब 16 करोड़ 64 लाख रुपये मुआवजा अनुमानित किया गया है।
निदेशालय से स्वीकृति के लिए भेजा प्रस्ताव इसी अंचल के एक अन्य प्रस्ताव में अकबरनगर-शाहकुंड रोड से पश्चिम एवं फोरलेन से दक्षिण 833.5 एकड़ जमीन के लिए 3 अरब 21 करोड़ 74 लाख रुपये मुआवजा का अनुमान लगाया गया है। गोराडीह के पूर्व चिह्नित 660.57 एकड़ में 379 एकड़ के लिए 1 अरब 18 करोड़ 44 लाख रुपये मुआवजा का अनुमान लगाया गया है। एडीएम ने बताया कि निदेशालय को प्रस्ताव भेजने और स्वीकृति प्रदान करने के संबंध में समाहर्ता स्तर से पत्राचार किया गया है।