फ्लाइट रद्द होने और विमानों की लेटलतीफी से तंग हुए यात्री, दरभंगा एयरपोर्ट पर घटते जा रहे पैसेंजर
दरभंगा एयरपोर्ट पर विमानों की लेटलतीफी और फ्लाइट रद्द होने के चलते यात्री भार में गिरावट देखने को मिल रही है। इससे यात्री काफी परेशान हैं।
उत्तर बिहार के प्रमुख एयरपोर्ट दरभंगा में विमानों के अक्सर रद्द होने और लेटलतीफी से यात्री तंग आ गए हैं। मुंबई, दिल्ली समेत अन्य शहरों के लिए दरभंगा से यात्रा करने वाले यात्री अब पटना एयरपोर्ट की ओर रुख करने लगे हैं। इस कारण दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या लगातार घटती जा रही है। यहां से पूर्व में रोजाना औसतन लगभग 2500 यात्री सफर करते थे। मगर अब यह संख्या घटकर 1500 तक पहुंच गई है। सोमवार को भी मुंबई और दिल्ली की फ्लाइट तीन घंटे की देरी से दरभंगा पहुंची। विमानों की लेटलतीफी की वजह से यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
इससे पहले रविवार को दरभंगा से मुंबई की उड़ान रद्द किए जाने से यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा कर दिया था। सोमवार को मुंबई जाने के लिए अपने रिश्तेदार को एयरपोर्ट पर छोड़ने आए अररिया के अमन कुमार ने बताया कि फ्लाइट की लेटलतीफी से काफी परेशानी होती है। दरभंगा समय पर पहुंचने के लिए घर से अहले सुबह निकलना पड़ता है। एयरपोर्ट आने पर पता चलता है कि फ्लाइट ही लेट है। हमेशा ऐन मौके पर उड़ान रद्द होने का डर बैठा रहता है।
एक समय यात्रियों की भारी संख्या को लेकर सुर्खियों में रहे दरभंगा एयरपोर्ट से विमानों की संख्या नहीं बढ़ाए जाने से आय में भी भारी कमी आई है। कई महीने पहले बेंगलुरु की फ्लाइट रद्द किए जाने के बाद अभी तक उसे दोबारा शुरू नहीं किया गया है। इसे लेकर यात्री सवाल उठा रहे हैं। बड़े यात्रीभार के बावजूद दरभंगा से फ्लाइट की संख्या कम किए जाने से यात्री परेशान हैं।
दिवाली और छठ पर टिकट करा चुके यात्रियों को फ्लाइट रद्द होने डर
दिवाली और छठ महापर्व के दौरान मुंबई और दिल्ली से दरभंगा समेत आसपास के शहरों के लिए आने वाली ट्रेनें फुल हो चुकी हैं। इस रूट पर हवाई किराया भी आसमान में पहुंच गया है। बहुत से लोगों ने महीनों पहले ही फ्लाइट की बुकिंग कर दी थी। मगर लगातार दरभंगा एयरपोर्ट पर विमानों के रद्द होने से यात्री के मन में संदेह पैदा हो गया है।
दरभंगा के मिश्रटोला के आलोक कुमार ने बताया कि उनका बेटा कोटा में कोचिंग करता है। दिवाली की छुट्टियों में उसे घर आना है। दिल्ली से दरभंगा की फ्लाइट में टिकट बुक कर दिया गा है। मगर डर सता रहा है कि फ्लाइट अगर रद्द हो गई तो उसे घर आने में काफी मुश्किल होगी।
दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रीभार लगातार घटता जा रहा है। 22 अगस्त को यहां से 10 विमानों का परिचालन हुआ, जिनमें 1261 यात्रियों ने सफर किया था। अगले दिन 8 विमानों में 986 और 24 अगस्त को 10 फ्लाइट में 1334 यात्रियों ने यात्रा की। एक समय यह संख्या 2500 थी। 6 अगस्त को तो कई उड़ानें रद्द रहने की वजह से महज 745 यात्रियों ने दरभंगा से सफर किया।