खतरे के निशान से 105 सेमी ऊपर हुआ गंगा का जलस्तर
गंगा नदी का जलस्तर हाथीदह में 42.81 मीटर पर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 105 सेमी ऊपर है। जलस्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र जलमग्न हो चुका है और किसानों की 30 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद हो रही है।...
सिंघौल, निज संवाददाता। गंगा नदी में पिछले कई दिनों से एक बार फिर जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है। बुधवार की शाम हाथीदह में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 41.76 मीटर से 105 सेमी ऊपर 42.81 मीटर पर पहुंच गया है। पिछले दिनों जलस्तर में वृद्धि के बाद यह घटकर खतरे के निशान से नीचे चला गया था। लेकिन दो -तीन दिनों में ही एक बार फिर जलस्तर में एक मीटर से अधिक वृद्धि हुई है। धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है। जलस्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। सेंट्रल वाटर कमीशन की ओर से जारी फ्लड फोरकास्ट में अभी जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका मंडरा रही है। मौजूदा जलस्तर में ही गंगा नदी से लगे आठ प्रखंड का दियारा क्षेत्र के खेत जलमग्न हो चुके हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसान व पशुपालक अपनी जान जोखिम में डाल कर अपने मवेशियों के लिए पशुचारा इकट्ठा कर रहे हैं। गंगा नदी के जलस्तर के लगातार बढ़ने से इन क्षेत्रों में करीब 30 हजार हेक्टेयर में लगी फसल भी बर्बाद हो रही है। निचले व दियारा क्षेत्र में पहले से ही जलभराव हो चुका है। ऐसे में किसानों की लागत पूंजी भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। दियारा क्षेत्र में।जलभराव को देखते हुए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने दियारा क्षेत्र के स्कूल को भी बंद कर दिया है।
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