औरंगाबाद टॉप कैमूर सबसे फिसड्डी, विकसित बिहार 2047 के सिटिजन सर्वे में आपका जिला कहां है?
चार दिसंबर को हुई समीक्षा के बाद रिपोर्ट जारी करीब एक माह पहले शुरू हुए सिटीजन सर्वे की चार दिसंबर को समीक्षा हुई। इसके बाद जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि विकसित बिहार को लेकर आयोजित सिटीजन सर्वे में अब तक कुल 702922 लोगों ने हिस्सा लिया है।
वर्ष 2047 तक बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए अपने सुझाव देने में सूबे के औरंगाबाद जिले के लोगों ने सबसे अधिक रुचि दिखायी है। औरंगाबाद के ही सर्वाधिक 156231 लोगों ने सिटीजन सर्वे में हिस्सा लेकर अपने विचार व सुझाव सरकार को दिये हैं।
लोगों के विचार किये जाने हैं शामिल विकसित बिहार 2047 के लिए तैयार होने वाले डॉक्यूमेंट में आम लोगों के विचार और सुझाव को भी शामिल किया जाना है, इसे देखते हुए लोगों की इस सिटीजन सर्वे में हिस्सेदारी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
चार दिसंबर को हुई समीक्षा के बाद रिपोर्ट जारी करीब एक माह पहले शुरू हुए सिटीजन सर्वे की चार दिसंबर को समीक्षा हुई। इसके बाद जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि विकसित बिहार को लेकर आयोजित सिटीजन सर्वे में अब तक कुल 702922 लोगों ने हिस्सा लिया है। इसके तहत इतने लोगों ने ऑनलाइन उपलब्ध कराए गए फॉर्म को भर अपने विचार व सुझाव से सरकार को अवगत कराया है।
जिलावार गौर करें तो औरंगाबाद के बाद विकसित बिहार के लिए विचार देने में गया जिला दूसरे, नवादा जिला तीसरे, जहानाबाद चौथे और अरवल पांचवे नंबर पर रहा है। जारी की गई सूची के अनुसार गया के 100531, नवादा के 99133, जहानाबाद के 50374 और अरवल के 48939 लोगों ने सिटीजन सर्वे में हिस्सा लिया है।
कहां कितने मिले सुझाव
जिला सुझाव
अररिया 1572
बांका 19038
बेगूसराय 1832
भागलपुर 19632
भोजपुर 3100
बक्सर 1157
दरभंगा 5581
गोपालगंज 1247
जमुई 7731
कैमूर 636
कटिहार 1800
खगड़िया 2676
किशनगंज 2047
लखीसराय 935
मधेपुरा 5381
मधुबनी 3016
मुंगेर 2028
नालंदा 9400
प. चंपारण 1133
पू. चंपारण 1022
पूर्णिया 3694
रोहतास 1626
सहरसा 9433
समस्तीपुर 2966
सारण 44424
शेखपुरा 2169
शिवहर 4648
सीतामढ़ी 2306
सीवान 9347
सुपौल 18996
वैशाली 5598
मुजफ्फरपुर में 13456 तो पटना से 38087 सुझाव
सिटिजन सर्वे में मुजफ्फरपुर काफी पीछे हैं। यहां के महज 13456 लोगों ने बिहार के विकास के रोडमैप के लिए अपना सुझाव दिया है। वहीं, पटना की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं पायी गई है। पटना के 38087 लोगों ने ही अब तक अपने सुझाव से सरकार को अवगत कराया है।