बिहार में जुटेंगे देश भर के विधानसभा अध्यक्ष, नीतीश सरकार ने 150 अफसरों की ड्यूटी लगाई
बिहार में 1982 के बाद जनवरी 2025 में पीठासीन पदाधिकारी का सम्मेलन होगा। जिसके लिए नीतीश सरकार ने 150 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इस सम्मेलन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत देश के सभी विधानसभा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष शामिल होंगे।
बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के 150 पदाधिकारी बिहार में होने वाले पीठासीन पदाधिकारियों के सम्मेलन के लिए बिहार विधानसभा में तैनात होंगे। 20 जनवरी से 23 जनवरी, 2025 तक अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के 85 वें सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन के सफल आयोजन और संचालन को लेकर बिप्रसे के इन अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति चार दिनों तक बिहार विधानसभा सचिवालय में की गई है। सोमवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने इससे संबंधित आदेश जारी किया। बिहार में 1982 के बाद जनवरी 2025 में पीठासीन पदाधिकारी का सम्मेलन होगा। इसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत देश के सभी विधानसभा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति और उपसभापति शामिल होंगे।
जिसको लेकर भवन निर्माण विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। विधानसभा और विधान परिषद में 21 से 23 जनवरी, 2025 के बीच सम्मेलन होना है। इस तरह के सम्मेलन का आयोजन 1982 में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राधानंदन झा के कार्यकाल में हुआ था। भवन निर्माण विभाग उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष के लिए अलग-अलग चैंबर बनाएगा। विधान परिषद स्थित सभापति के कक्ष में उपराष्ट्रपति के बैठने तो विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में लोकसभा अध्यक्ष के लिए कक्ष बनेगा।
अन्य पीठासीन पदाधिकारी के लिए अलग-अलग कक्ष तैयार किए जाएंगे। इसके लिए भवन निर्माण विभाग ने नवीनीकरण का कार्य शुरू कर दिया है। सम्मेलन में भाग लेने वालों के ठहरने के लिए शहर के बड़े-बड़े होटलों की बुकिंग की गई है। राजकीय अतिथिशाला में भी कुछ लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। एक निजी होटल के प्रबंधक ने बताया कि विधानसभा में 21 से 23 जनवरी के बीच कार्यक्रम होना है। इसके लिए होटल बुक किया गया है।