‘तपती दुपहरिया उमस भरी शाम... हर कोई बेहाल हर कोई परेशान..
अररिया में भीषण गर्मी के कारण बिजली की आपूर्ति में दिक्कतें आ रही हैं। पिछले कुछ दिनों से बिजली की आंख मिचौनी ने जिला वासियों को परेशान कर दिया है। बिजली विभाग ने बताया कि लोड बढ़ने से समस्या हो रही...

अररिया, वरीय संवाददाता ‘तपती दुपहरिया उमस भरी शाम... हर कोई बेहाल हर कोई परेशान.. जी हां, भीषण गर्मी में जिलेवासियों की यही स्थिति हो गयी है। प्रचंड गर्मी के बीच पिछले कुछ दिनों से बिजली की आंख मिचौनी ने जिले वासियों का जीना दुश्वार कर दिया है। कब बिजली जाएगी और कब आएगी, किसी को पता नहीं। शुक्रवार को बिजली आती जाती रही। शुक्रवार देर रात भी दो से ढाई घंटे बिजली गायब रही। फिर सुबह पांच बजे अचानक बिजली चली गयी। आई तो फिर 11 बजे चली गयी। डेढ़ घंटे बाद करीब 12.30 बजे फिर आ गर्य। बताया गया कि मेंटेनेंस को लेकर ऐसा किया गया।
लेकिन फिर 1.54 में गयी बिजली 3.27 में बजे आई। फिर 3.36 में चली गयी। शुक्रवार की तरह शनिवार को भी बिजली ट्रिपिंग होती रही। जिले में हो रही 134.8 मेगावाट बिजली आपूर्ति: इधर अररिया विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता गौरव कुमार व फारबिसगंज डिविजन के कार्यपालक अभियंता विभाष कुमार ने बताया कि जिले में बिजली की कोई कमी नहीं है। जितनी खपत है उनकी आपूर्ति हो रही है। फिलहाल जिले में 134.8 मेगावाट की बिजली आपूर्ति हो रही है। इसमें अररिया ग्रिड सब स्टेशन यानी जीएसएस के 47, फारबिसगंज के 63 व पलासी के 24.8 मेगावाट बिजली शामिल हैं। लेकिन परेशानी गर्मी में अचानक लोड बढ़ने से है। बताया कि भीषण गर्मी में लोड बढ़ने से केबल में आग लग जाती है। फ्यूज उड़ जाता है। इन्सुलेटर जल जाती है। जंफर कट जाता है। इस कारण बिजली आपूर्ति में परेशानी होती है। बताया कि फाल्ट ढूंढने में भी काफी दिक्कत होती है। लो वोल्टेज के बावत पूछे जाने पर विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भीषण गर्मी में जमीन में नमी कम हो जाती है। इसलिए ऐसी परेशानी हो रही है। हालांकि शीघ्र ही सारी समस्याएं दूर कर ली जाएगी। जिले को प्रतिमाह 24 करोड़ 27 लाख का टारगेट: अररिया विद्युत विभाग के राजस्व पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि जिले को प्रतिमाह 24 करोड़ 27 लाख का टारगेट मिला है। इसमें 14 करोड़ 25 लाख तो केवल अररिया डिविजन का है जबकि 10 करोड़ दो लाख फारबिसगंज डिविजन का। उन्होंने बताया कि इस टारगेट के विरूद्ध अप्रैल माह में अररिया ने सात करोड़ 49 लाख तो फारबिसगंज ने पांच करोड़ 40 लाख की वसूली की। इसी तरह मई माह में अररिया ने आठ करोड़ 68 लाख तो फारबिसगंज ने सात करोड़ 47 लाख वसूले। बताया कि यदि सभी उपभोक्ता नियमित रूप से बिल भुगतान करे तो विभाग को प्रतिमाह 20 करोड़ से अधिक राजस्व मिलेगा। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। प्रस्तुति: फुलेन्द्र कुमार मल्लिक
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