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जिले के सात थाने होकर गुजरती है पशु तस्करी का कंटेनर

फारबिसगंज में पशु तस्करी की समस्या बढ़ती जा रही है, जहां स्थानीय किंगपिन व्हाट्सएप कॉल के जरिए तस्करी के कंटेनर का संचालन कर रहे हैं। पुलिस की मिलीभगत से अवैध वसूली हो रही है। आईजी ने कहा है कि इस...

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाSat, 14 Sep 2024 06:02 PM
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फारबिसगंज, निज संवाददाता। क्षेत्र में पशु तस्करी का आलम यह है कि शाम ढलते ही किंगपिन के मोबाइल पर वाहनों के नंबर आने लगते हैं। व्हाट्सएप कॉल के सहारे जिले के सात थाना से गुजरती है पशु तस्करी का कंटेनर। इस मामले में संबंधित थाने की भूमिका बिल्ली द्वारा दूध की रखवाली करने जैसा है। पशु तस्करी का बांग्लादेशी कनेक्शन और अररिया जिला होकर धड़ल्ले जारी पशु तस्करी संबंधित खबर हिन्दुस्तान में प्रकाशित होने के बाद जिला पुलिस कप्तान की ओर से सख्ती बरतने की बात कही गई है। टीम गठित कर अभियान चलने तक की बात भी कही गई। एसपी के सख्ती के बाद कई थाना पुलिस की ओर से शुक्रवार की देर रात से शुरू यह अभियान शनिवार की अहले सुबह तक चला पर कुछ हासिल हुआ नहीं। लोग इस जांच और अभियान केनाम पर रश्म अदायगी भी बात कह रहे हैं। जिले के जिन सात थाने एनएच से जुड़े हैं उनमें नरपतगंज, फारबिसगंज, सिमराहा, अररिया आरएस, अररिया नगर, बैरगाछी एवं जोकीहाट शामिल हैं। लोगों का कहना है कि इस होकर मवेशी लदा कंटेनर या ट्रक गुजरती है। मगर समस्या बिल्ली द्वारा दूध की रखवाली करने जैसा है। अब तो सवाल उठने लगा है कि आखिर इस तरह के राष्ट्र विरोधी हरकत को अंजाम देने वाले स्थानीय किंगपिन कौन हैं। धन के लालच में न केवल राष्ट्र विरोधी कार्य को अंजाम दे रहे हैं बल्कि पशु क्रूरता अधिनियम की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। इस धंधे में जिस तरह से युवाओं का हस्तक्षेप बढ़ रहा है इसका दुष्प्रभाव कहीं न कहीं समाज पर पड़ेगा। खास बात ये कि फारबिसगंज से यह राष्ट्र विरोधी गोरखधंधा संचालित होता है। शाम होते ही स्थानीय किंगपिन के मोबाइल पर पशु तस्करी से जुड़े कंटेनर व अन्य बहनों का नंबर गिरने लगता है।

सारी रात व्हाट्सएप कॉल रहता है एक्टिव:

सारी रात किंगपिन सहित अन्य सहयोगियों की व्हाट्सएप कॉल एक्टिव रहता है। जानकार बताते हैं कि इन दिनों अररिया जिला मवेशी तस्करी का अड्डा बना हुआ है। तस्करी के इस मवेशी वाहनों को पार करने के लिए लाइन के नाम पर अवैध वसूली की जाती है। यह वसूली संबंधित थानों की मिलीभगत से होती है । सूत्रों का कहना है कि मवेशी तस्कर और कथित पुलिस के बीच एक लाइनमैन होता है। मवेशी तस्करों द्वारा लाइनमैन के मोबाइल पर वाहनों का नंबर भेज कर एंट्री कर दिया जाता है। उक्त वाहन को सही सलामत जिला पार करवाना लाइनमैन की जिम्मेदारी होती है। लाइनमैन और अन्य के बीच व्हाट्सएप के माध्यम से समय-समय पर बातें होते रहती है।

क्या कहते हैं पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी:

पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी शिवदीप वामन लांडे ने बताया कि पशु तस्करी राष्ट्र विरोधी हरकत है। इस राष्ट्र विरोधी कार्य में जिनकी भी संलिप्तता है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। एसपी को इस दिशा में पूरे मामले की जांच वह मॉनिटरिंग करने को कहा गया है। इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।

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