जहानाबाद भगदड़ कांड में एक्शन; एसओ समेत 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड, कई अफसरों के खिलाफ आरोप पत्र
जहानाबाद के बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर भगदड़ मामले में जिला प्रशासन ने बराबर थानाध्यक्ष समेत 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही दो सिविल दंडाधिकारी, सिविल सर्जन और दो चिकित्सकों के विरुद्ध आरोप पत्र जारी कर एक्शन की मांग की गई है।
जहानााद में बराबर पहाड़ी स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर के पास 12 अगस्त को भगदड़ की घटना के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। अपर समाहर्ता (आपदा) ब्रजेश कुमार की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर बराबर थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिस पदाधिकारी और 6 सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा दो सिविल दंडाधिकारी, सिविल सर्जन और दो चिकित्सकों के विरुद्ध आरोप पत्र गठित करते हुए संबंधित विभाग को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है। वहीं कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने के आरोप में कुल 48 व्यक्तियों के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस निर्गत करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
जांच कमेटी द्वारा 15 अगस्त को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जहानाबाद को रिपोर्ट सौंपी गयी थी। कमिटी के प्रतिवेदन के आलोक में अब तक कुल 11 पुलिस पदाधिकारी और पुलिस कर्मियों के विरुद्ध स्पष्टीकरण मांग करने के बाद निलंबित कर विभागीय कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। जिसमें बराबर थानाध्यक्ष सह पुलिस अवर निरीक्षक शैलेश कुमार, तीन पुलिस अवर निरीक्षक, एक पुलिस सहायक अवर निरीक्षक एवं छह सिपाही शामिल हैं।
बराबर में प्रतिनियुक्त सिविल दंडाधिकारियों में जिला आपूर्ति पदाधिकारी वंदना कुमारी एवं मखदुमपुर के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी पुरुषोतम कुमार कार्यस्थल से अनुपस्थित रहने के कारण इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा जांच कमेटी द्वारा की गई है, जिसके आलोक में इन पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने की अनुशंसा जिला द्वारा संबंधित विभाग को भेजी गई है। साथ ही जहानाबाद के सिविल सर्जन डा. देवेन्द्र प्रसाद और दो डॉक्टरों के विरुद्ध भी आरोप पत्र गठित करते हुए संबंधित विभाग को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा जिला से भेजी गई है।
आपको बता दें बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर के पास 12 अगस्त को भगदड़ की घटना में आठ लोगों की मौत हो गयी थी। और 32 श्रद्धालु घायल हो गए थे। इस मामले को लेकर गठित जांच कमेटी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि भगदड़ की घटना के दौरान कई प्रतिनियुक्त पदाधिकारी और कर्मी कार्यस्थल पर अनुपस्थित पाए गए हैं।
कार्यस्थल पर उपस्थित के बावजूद अपने कार्यों के निर्वहन में असफल रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्यवाही की अनुशंसा जांच कमेटी द्वारा की गई है। जांच कमिटी से प्राप्त प्रतिवेदन में कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने वाले पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों के प्रारंभिक जांच और घटना के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्य में पुलिस बल द्वारा की गई प्रतिक्रिया की समीक्षा की गई।
इस समीक्षा के आधार पर पुलिस पदाधिकारी, जिला बल के सिपाहियों, बीएसएपी और बीएचजी के द्वारा कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने के आरोप में कुल 48 व्यक्तियों के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस निर्गत करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
इस संबंध में जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक सह डीपीआरओ ने पूनम कुमारी ने बताया कि जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे एवं पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह जहानाबाद के द्वारा अब तक जांच प्रतिवेदन में सामने आए तथ्यों के आधार पर दोषियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक एवं दंडात्मक कार्यवाही की जा रही है।
जांच में अन्य दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल, मेडिकल टीम या अन्य प्रतिनियुक्त कर्मियों के विरुद्ध भी यदि कोई लापरवाही सामने आती है तो उनके विरुद्ध भी नियमसम्मत अनुशासनात्मक एवं दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।