Video: गंडक में बहता हुआ 9 फीट का मगरमच्छ पहुंचा गांव, मच गई भगदड़, वन विभाग के छूटे पसीने
वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के पीपरा कुट्टी भेड़िहर टोला गांव में घर के पास धान के खेत से गांव की तरफ आते एक विशालकाय मगरमच्छ को देखकर ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंची वनकर्मियों ने मगरमच्छ का सुरक्षित रेस्क्यू किया और फिर गंडक नदी में छोड़ दिया।
बिहार में बाढ़ की चपेट में जानवर भी आ गए हैं। नदियों के उफान पर होने की वजह से कई जानवर बहते हुए रिहायशी इलाकों में पहुंच जा रहे हैं। कुछ दिन पहले वीटीआर से बहता हुआ हिरण शहरी आबादी में आ गया था। और अब 9 फीट का विशालकाय मगरमच्छ गंडक में बहता हुआ वाल्मिकीनगर के भेड़िहर टोला गांव में पहुंच गया। जिसके बाद अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम को मगरमच्छ पर काबू पाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
दरअसल वाल्मिकीनगर में लगातार हुई बारिश के कारण वन क्षेत्र में पानी का जमाव हो जाने से रिहायशी क्षेत्र की ओर वन्यजीवों के निकलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में सोमवार की सुबह वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के पीपरा कुट्टी भेड़िहर टोला गांव में घर के पास धान के खेत से गांव की तरफ आते एक विशालकाय मगरमच्छ को देखकर ग्रामीणों में भगदड़ मच गई।
बिहार में बाढ़ की चपेट में जानवर भी आ गए हैं। नदियों के उफान पर होने की वजह से कई जानवर बहते हुए रिहायशी इलाकों में पहुंच जा रहे हैं। कुछ दिन पहले वीटीआर से बहता हुआ हिरण शहरी आबादी में आ गया था। और अब 9 फीट का विशालकाय मगरमच्छ गंडक में बहता हुआ वाल्मिकीनगर के भेड़िहर टोला गांव में पहुंच गया। जिसके बाद अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम को मगरमच्छ पर काबू पाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
दरअसल वाल्मिकीनगर में लगातार हुई बारिश के कारण वन क्षेत्र में पानी का जमाव हो जाने से रिहायशी क्षेत्र की ओर वन्यजीवों के निकलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में सोमवार की सुबह वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के पीपरा कुट्टी भेड़िहर टोला गांव में घर के पास धान के खेत से गांव की तरफ आते एक विशालकाय मगरमच्छ को देखकर ग्रामीणों में भगदड़ मच गई।
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ग्रामीणों ने इसकी सूचना वाल्मिकी नगर स्थित कोतराहा वन परिसर कार्यालय को दी गई। सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मिकी नगर वन क्षेत्र के रेंजर राजकुमार पासवान ने वनकर्मियों की टीम को घटनास्थल पर रवाना किया। धान के खेत में घंटों की मशक्कत के बाद वनकर्मियों ने मगरमच्छ का सुरक्षित रेस्क्यू किया और फिर गंडक नदी में छोड़ दिया।
रेंजर कुमार ने बताया कि गंडक नदी से भटक कर 9 फीट लंबा विशाल मगरमच्छ गांव में जा पहुंचा था। इन दिनों गंडक नदी के जल स्तर में उतराव-चढ़ाव होने के कारण जलीय जीव कभी कभार रिहायशी क्षेत्रों की ओर चले आते हैं। रेंजर ने लोगों से अपील की है, कि किसी भी तरह के जलीय जीव या वन्यजीव दिखाई दें, तो उसके साथ छेड़छाड़ ना करें। इसकी सूचना तुरंत वन कार्यालय को दें।