प्रशांत किशोर का पीछा कर रही 12 गाड़ियां जब्त, 43 हिरासत में; पटना डीएम बोले- सख्ती से निपटेंगे
- पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन गैर कानूनी है। ऐसा करने वालों के साथ सख्ती से निबटा जाएगा। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के साथ 43 समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।
पटना गांधी मैदान में 2 जनवरी की शाम से आमरण अनशन कर रहे जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के साथ उनके 43 समर्थकों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से कई बिहार के बाहर के हैं। पुलिस ने 15 गाड़ियों को भी जब्त किया है। इनमें से 12 गिरफ्तारी के बाद प्रशांत किशोर का पीछा कर रही थीं। डीएम ने कहा है कि गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन गैर कानूनी है। ऐसा करने वालों के साथ सख्ती से निबटा जाएगा। पीके को आज पटना कोर्ट में पेश किया जाएगा। न्यायालय का जैसा आदेश आएगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशांत किशोर बीपीएससी अभ्यर्थियों के री एग्जाम की मांग को लेकर अनशन कर रहे थे। सोमवार को अहले सुबह करीब पौने चार बजे पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
पटना जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय के आदेशानुसार धरना प्रदर्शन के लिए चिन्हित स्थान गर्दनीबाग है। गांधी मैदान प्रतिबंधित क्षेत्र है जहां धरना प्रदर्शन कानून सही नहीं है। प्रसाशन की ओर से नोटिस दी गई और कई बार आग्रह किया गया कि यहां से हट जाएं और गर्दनीबाग में प्रदर्शन करें। लेकिन उन लोगों ने आग्रह को ठुकरा दिया। उन लोगों को पर्याप्त समय भी दिया गया लेकिन नहीं माने तो आज उन्हें गिरप्तार कर लिया गया। बताते चलें कि डीएम ने चार जनवरी को ही कहा था कि बीपीएससी री एग्जाम के बाद बड़ा एक्शन लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 43 लोगों को डिटेन किया गया है जिनका सत्यापन किया जा रहा है। इसके अलावे 15 गाड़ियों को भी सीज किया गया है जो गिरफ्तारी के वक्त पीछा कर रहे थे और सरकारी काम में बाधा डाल रहे थे। उनका वेरिफिकेशन किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि अबतक तीस लोगों का सत्यापन किया जा सका है जिनमें मात्र पांच पटना से हैं जो पार्टी विशेष के वर्कर हैं। अन्य लोग अलग अलग जिलों से हैं और चार लोग बिहार के बाहर से हैं जिनमें तीन यूपी के और एक दिल्ली से हैं।
डीएम ने कहा कि इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। कुछ लोग छात्र होने का दावा कर रहे हैं उनका सत्यापन कराया जा रहा है। प्रशांत किशोर के मामले में न्यायालय आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। ऐसा करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि जब मामला उच्चतम न्यायालय में जा चुका है तो जो माननीय न्यायालय का निर्णय होगा उसे सबको मानना चाहिए।