Hindi Newsबिहार न्यूज़40 Percent hospitals of Bihar are facing shortage of medicines How will patients be treated

दवा की किल्लत से जूझ रहे बिहार के 40% अस्पताल; कैसे होगा मरीजों का इलाज? स्वास्थ्य मंत्री का आदेश भी बेअसर

बिहार के 40 फीसदी अस्पतालों में जरूरत की दवाएं ही उपलब्ध नहीं हैं। जिला अस्पतालों में 456 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन अभी कहीं 361 दवाएं तो कहीं 261 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं। जिसके चलते मरीजों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।

sandeep लाइव हिन्दुस्तानFri, 9 Aug 2024 09:02 PM
share Share

राज्यभर के जिला अस्पतालों में 40 फीसदी तक दवाओं की कमी है। इस कारण अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बाहर से महंगी दवा खरीदना पड़ रहा है। खासकर गंभीर रोगों के इलाज के लिए दवा नहीं है। जिला अस्पतालों में 456 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन अभी कहीं 361 दवाएं तो कहीं 261 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं।

यह स्थिति तब है जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जून में सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया था कि अस्पतालों में न्यूनतम 300 दवाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण अस्पताालों में दवाओं की कमी है। पटना के अस्पतालों में भी 456 दवाओं में 273 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं। इसी तरह मुजफ्फरपुर में 297, भागलपुर में 319 और गया में 290 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं।

क्षेत्रीय और जिला औषधि भंडार में दवा उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में अस्पतालों में दवा की कमी होती है। राज्य के अनुमंडल अस्पतालों में 313 प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहनी चाहिए, लेकिन कहीं भी सूची के अनुसार पूरी दवाएं नहीं हैं। मुंगेर के तारापुर अनुमंडल अस्पताल में 297 दवाएं उपलब्ध हैं, तो पूर्वी चंपारण के अरेराज अनुमंडल अस्पताल में 152 दवाएं ही मौजूद हैं। कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) में आवश्यक 309 दवाएं होनी चाहिए। इसमें कहीं 245 दवाएं हैं, तो कहीं 157 दवाएं उपलब्ध हैं।

ये भी पढ़ें:थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का फ्री बोनमैरो ट्रांसप्लांट कराएगी नीतीश सरकार

अस्पताल में दवा की कमी की सूचना ऑनलाइन अपलोड करने का प्रावधान है। केंद्र सरकार के पोर्टल डीवीडीएमएस (ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम) पर दवा अपलोड करने के बाद आवश्यकतानुसार आपूर्ति होती है। पोर्टल पर अस्पतालों में दवाओं का स्टॉक और कमी दोनों देखी जा सकती है। जिला स्तर पर जिला औषधि भंडार है। यहां से जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में दवा की आपूर्ति होती है। जिला औषधि भंडार में दवाएं क्षेत्रीय औषधि भंडार केंद्र से भेजी जाती हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने प्रावधान किया है कि जिन दवाओं की आपूर्ति बीएमएसआईसीएल (बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड) से नहीं हो पाई हो, वैसी दवाओं की जिलास्तर पर खरीद की जा सकती है। इसके लिए सभी जिलों के सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेजों को आवश्यक दवा खरीद का अधिकार दिया गया है। दवा खरीद की राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान है।

जिला अस्पतालों में आवश्यक 456 दवाओं में कितनी उपलब्ध?

लखीसराय 361

कटिहार 354

मुंगेर 354

बेगूसराय 338

कैमूर 333

जहानाबाद 332

रोहतास 331

सहरसा 328

वैशाली 327

सीवान 326

सारण 320

भागलपुर 319

सुपौल 319

औरंगाबाद 317

जमुई 313

नवादा 312

नालंदा 309

मधेपुरा 306

शेखपुरा 305

किशनगंज 305

सीतामढ़ी 304

बक्सर 301

मुजफ्फरपुर 297

बांका 296

पूर्वी चंपारण 296

समस्तीपुर 295

अरवल 293

गोपालगंज 291

गया 290

मधुबनी 289

अररिया 286

भोजपुर 277

पटना 273

शिवहर 261

खगड़िया 261

अगला लेखऐप पर पढ़ें