दवा की किल्लत से जूझ रहे बिहार के 40% अस्पताल; कैसे होगा मरीजों का इलाज? स्वास्थ्य मंत्री का आदेश भी बेअसर
बिहार के 40 फीसदी अस्पतालों में जरूरत की दवाएं ही उपलब्ध नहीं हैं। जिला अस्पतालों में 456 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन अभी कहीं 361 दवाएं तो कहीं 261 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं। जिसके चलते मरीजों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।
राज्यभर के जिला अस्पतालों में 40 फीसदी तक दवाओं की कमी है। इस कारण अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बाहर से महंगी दवा खरीदना पड़ रहा है। खासकर गंभीर रोगों के इलाज के लिए दवा नहीं है। जिला अस्पतालों में 456 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन अभी कहीं 361 दवाएं तो कहीं 261 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं।
यह स्थिति तब है जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जून में सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया था कि अस्पतालों में न्यूनतम 300 दवाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहे। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण अस्पताालों में दवाओं की कमी है। पटना के अस्पतालों में भी 456 दवाओं में 273 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं। इसी तरह मुजफ्फरपुर में 297, भागलपुर में 319 और गया में 290 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं।
क्षेत्रीय और जिला औषधि भंडार में दवा उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में अस्पतालों में दवा की कमी होती है। राज्य के अनुमंडल अस्पतालों में 313 प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहनी चाहिए, लेकिन कहीं भी सूची के अनुसार पूरी दवाएं नहीं हैं। मुंगेर के तारापुर अनुमंडल अस्पताल में 297 दवाएं उपलब्ध हैं, तो पूर्वी चंपारण के अरेराज अनुमंडल अस्पताल में 152 दवाएं ही मौजूद हैं। कम्युनिटी हेल्थ सेंटर (सीएचसी) में आवश्यक 309 दवाएं होनी चाहिए। इसमें कहीं 245 दवाएं हैं, तो कहीं 157 दवाएं उपलब्ध हैं।
अस्पताल में दवा की कमी की सूचना ऑनलाइन अपलोड करने का प्रावधान है। केंद्र सरकार के पोर्टल डीवीडीएमएस (ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम) पर दवा अपलोड करने के बाद आवश्यकतानुसार आपूर्ति होती है। पोर्टल पर अस्पतालों में दवाओं का स्टॉक और कमी दोनों देखी जा सकती है। जिला स्तर पर जिला औषधि भंडार है। यहां से जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में दवा की आपूर्ति होती है। जिला औषधि भंडार में दवाएं क्षेत्रीय औषधि भंडार केंद्र से भेजी जाती हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने प्रावधान किया है कि जिन दवाओं की आपूर्ति बीएमएसआईसीएल (बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड) से नहीं हो पाई हो, वैसी दवाओं की जिलास्तर पर खरीद की जा सकती है। इसके लिए सभी जिलों के सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेजों को आवश्यक दवा खरीद का अधिकार दिया गया है। दवा खरीद की राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान है।
जिला अस्पतालों में आवश्यक 456 दवाओं में कितनी उपलब्ध?
लखीसराय 361
कटिहार 354
मुंगेर 354
बेगूसराय 338
कैमूर 333
जहानाबाद 332
रोहतास 331
सहरसा 328
वैशाली 327
सीवान 326
सारण 320
भागलपुर 319
सुपौल 319
औरंगाबाद 317
जमुई 313
नवादा 312
नालंदा 309
मधेपुरा 306
शेखपुरा 305
किशनगंज 305
सीतामढ़ी 304
बक्सर 301
मुजफ्फरपुर 297
बांका 296
पूर्वी चंपारण 296
समस्तीपुर 295
अरवल 293
गोपालगंज 291
गया 290
मधुबनी 289
अररिया 286
भोजपुर 277
पटना 273
शिवहर 261
खगड़िया 261