बिहार में फिर नाव हादसा; 35 लोगों को बागमती पार करा रहा बोट डूबा, दो लापता, SDRF पहुंची
ख़िरनिया घाट से नाव जैसे ही खुली बागमती नदी की तेज धारा से एक बिजली पोल से टकरा गई। पोल से टकराने के बाद लोगों में अफरातफरी मच गई। इसके बाद नाव अनियंत्रित होकर डूब गई।
बिहार में रविवार को बड़ा नाव हादसा हुआ। खगड़िया जिले के मानसी थाना क्षेत्र के ख़िरनिया घाट पर रविवार की सुबह यात्रियों से भरी एक नाव डूब गई। नाव डूबने से उस पर सवार एक वृद्धा व एक किशोर लापता हो गया। लापता लोगों में जिले के चौथम प्रखंड अंतर्गत ख़िरनिया गांव निवासी स्व. रामप्रीत मंडल की 50 वर्षीया पत्नी अमला देवी व बलकुंडा गांव निवासी विशेश्वर सिंह का 15 वर्षीय पुत्र गोपाल कुमार बताया जा रहा है। इस घटना से इलाके में कोहराम मच गया है। घटना स्थल पर पहुंचे पीड़ितों के परिजन चीख चीख कर रोते देखे गए।
मिली जानकारी के अनुसार नाव लगभग 35 लोग सवार थे। नाव पर सवार सभी लोग किसान थे जो परवल तोड़ने और पशु के लिए घास लाने के लिए अंबा बहियार जा रहे थे। ख़िरनिया घाट से नाव जैसे ही खुली बागमती नदी की तेज धारा से एक बिजली पोल से टकरा गई। पोल से टकराने के बाद लोगों में अफरातफरी मच गई। इसके बाद नाव अनियंत्रित होकर डूब गई। नाव पर सवार कई लोगों ने तैरकर अपनी जान जान बचायी। वहीं नाव पर सवार अन्य तैराकों द्वारा कई महिला व बच्चों को सुरक्षित निकाला गया।
इस घटना में एक वृद्धा और एक किशोर लापता हो गया। सूचना पर मानसी सीओ, थानाध्यक्ष व एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची है। दोनों डूबे हुए नाव सवारों की तलाश जारी है। सीओ अमीर हुसैन ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम द्वारा लापता लोगों की खोजबीन की जा रही है। बताया जा रहा है कि नाव ओवरलोड थी।
बिहार में इन दिनों गंगा समेत कई नदियों में पानी का बहाब काफी तेज है। अधिकतर नदियां खतरे के निशान के ऊपर है। ऐसे में खगड़िया में किसानों से भरी हुई एक नाव पलट गयी। बागमती नदी की उपधारा में दो लोग लापता हो गए। राजधानी पटना में भी गंगा नदी उफान पर है। लगभग सभी घाटों पर पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। पटना में बारिश होने से सड़कों पर जबदरस्त जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।