12 वंदे भारत ट्रेन और 98 अमृत भारत स्टेशन, बिहार की रेल बजट राशि 5 साल में दोगुनी हुई
- 2021 में रेलवे के विकास के लिए 5150 करोड़ रुपये मिले थे जो इस बार दस हजार 66 करोड़ हो गए। इस बीच 12 वंदे भारत ट्रेनें चलाई गईं।
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बिहार में रेलवे अवसंरचना और सुविधाओं के विकास के लिए बजट की राशि दोगुनी हो गई है। वर्ष 2021 में रेलवे के विकास के लिए 5150 करोड़ रुपये मिले थे जो इस बार दस हजार 66 करोड़ हो गए। पिछले साल बिहार में रेलवे के लिए वर्ष 10033 करोड़ मिले थे। इस अवधि में राज्य को 12 वंदे भारत और 98 अमृत भारत स्टेशनों की सौगात भी मिली है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बिहार में सांस्कृतिक पयर्टन और औद्योगिक विकास को देखते हुए रेल नेटवर्क को दुरुस्त किया जाएगा।
इन पांच सालों में बिहार में दो मेगा पुलों की सौगात मिली। मोकामा में 1471 करोड़ की लागत से राजेन्द्र सेतु के समानांतर नए रेल पुल के निर्माण का काम अंतिम चरण में है। पिछले वर्ष भागलपुर में विक्रमशिला से नवगछिया के कटरिया रेल स्टेशन तक गंगा नदी पर नए पुल के निर्माण को मंजूरी मिली है। इस योजना पर कुल 2549 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस बीच 12 वंदे भारत ट्रेनें और 98 स्टेशनों को अमृत भारत योजना के तहत विकास का प्रावधान भी किया गया है। इन 12 वंदे भारत ट्रेनों से राज्य के 15 जिले जुड़े हैं और इनका 22 जगहों पर ठहराव दिया गया है। पटना हावड़ा वंदे भारत, पटना रांची वंदे भारत और पटना लखनऊ वंदे भारत की लोकप्रियता देश भर में शीर्ष पर है। योजना के अनुसार अगले डेढ़ दो सालों में बिहार के विभिन्न शहरों के लिए 12 से 14 नमो भारत ट्रेन चलाने की है। देश की पहली अमृत भारत ट्रेन पिछले साल दरभंगा से नई दिल्ली के बीच शुरू हो चुकी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बिहार के महत्वपूर्ण शहरों के बीच नमो भारत ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। दस हजार करोड़ की राशि से राज्य में रेलवे इंफ्रास्टक्चर को दुरुस्त कर रेल सेवा को बेहतर बनाया जाएगा ताकि यात्रियों