अब 33km से भी ज्यादा का माइलेज देगी ₹4 लाख वाली ये कार, मारुति करने जा रही ऐसा तगड़ा काम; जानिए कंपनी का मास्टर प्लान
अब वो दिन दूर नहीं जब 4 लाख रुपये वाली मारुति ऑल्टो K10 33 किमी. से भी ज्यादा माइलेज देगी। जी हां, क्योंकि मारुति सुजुकी इस कार में कुछ ऐसा तगड़ा बदलाव करने जा रही है। आइए कंपनी का मास्टर प्लान जानते हैं।
आपको पसंद आने वाली छोटी कार मारुति सुजुकी ऑल्टो K10 (Maruti Suzuki Alto K10) का अगला मॉडल 100 किलो तक हल्का हो सकता है। जी हां, सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने अगले 10 सालों के लिए अपनी टेक्नोलॉजी स्ट्रेटजी तैयार की है, जिसमें ये बताया गया है कि वो अपनी कारों को कैसे ज्यादा एडवांस बनाएंगी। इस स्ट्रेटजी का सबसे बड़ा मकसद गाड़ियों से निकलने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करना और वातावरण को प्रदूषण से बचाना है। इस लक्ष्य को पाने के लिए सुजुकी कई तरीके अपनाएगी, जिनमें से एक गाड़ियों का वजन कम करना है।
करीब 100 किलो हल्की हो सकती है ऑल्टो K10
आप जानते हैं कि ऑल्टो K10 (Alto K10) कंपनी की सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक है, तो अब नई जनरेशन की ऑल्टो K10 (Alto K10) करीब 100 किलो हल्की हो सकती है। गाड़ी हल्की होने के कई फायदे हैं। गाड़ी बनाने में कम मटेरियल लगेगा, इसे बनाने में कम ऊर्जा खर्च होगी और गाड़ी चलाते वक्त भी कम फ्यूल भी लगेगी। इससे गाड़ी बनाने से लेकर चलाने तक, कुल मिलाकर कार्बन उत्सर्जन कम होगा।
करीब 3% ज्यादा माइलेज देगी कार
सुजुकी का कहना है कि अगर किसी गाड़ी का वजन 200 किलो कम कर दिया जाए, तो उसे बनाने में 20% कम एनर्जी लगती है और चलाने में भी 6% कम ऊर्जा खर्च होती है। इसका सीधा मतलब है कि नई ऑल्टो K10 (Alto K10) को बनाने में 10% कम एनर्जी लगेगी और आप इसे चलाएंगे तो पहले से करीब 3% ज्यादा माइलेज देगी।
गाड़ियों में नई टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल
सुजुकी अपनी नई टेक्नॉलॉजी के जरिए गाड़ियों का वजन कम कर के उनकी खपत कम करने की कोशिश कर रही है। कंपनी ने ये भी बताया है कि वो अपने Heartect प्लेटफॉर्म को और बेहतर बनाएगी, जिससे अगले 10 सालों में ऑल्टो K10 का वजन 15% और कम हो सकता है।
बढ़ेगा Z12E इंजन का यूज
इसके अलावा सुजुकी दुनियाभर में अपने बेहतरीन Z12E इंजन का इस्तेमाल बढ़ाएगी। कंपनी कार्बन न्यूट्रल फ्यूल और अगली जनरेशन की हाइब्रिड गाड़ियों से गाड़ियों की खपत को और भी कम करने की कोशिश कर रही है।
गाड़ियों में नए तरह का सॉफ्टवेयर इस्तेमाल
साथ ही सुजुकी गाड़ियों में नए तरह का सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने की भी तैयारी में है। इससे गाड़ियों के पार्ट्स की लागत कम होगी और सॉफ्टवेयर को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिससे गाड़ियों को बनाने में लगने वाला समय और पैसा कम होगा।
कुल मिलाकर सुजुकी ऐसी टेक्नॉलॉजी लाने की कोशिश कर रही है, जिससे गाड़ियां कम ऊर्जा खर्च करें और इन्हें आसानी से रीसायकल किया जा सके। ये न सिर्फ कंपनी के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि वातावरण को भी स्वच्छ रखने में मदद करेगा।
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