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100 साल बाद होलिका दहन पर बन रहे त्रिग्रही समेत कई शुभ संयोग, जानें दहन का समय

Holika Dahan Shubh Sanyog 2025: इस साल सालों बाद होलिका दहन पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। जानें ज्योतिषाचार्य से होलिका दहन पर बनने वाले शुभ संयोग व शुभ मुहू्र्त-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानWed, 12 March 2025 11:28 PM
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100 साल बाद होलिका दहन पर बन रहे त्रिग्रही समेत कई शुभ संयोग, जानें दहन का समय

Holi dahan muhurat 2025: होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, होलिका दहन फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल होलिका दहन 13 मार्च 2025 को किया जाएगा। होलिका दहन के अगले दिन रंग वाली होली खेली जाती है। इस साल रंग वाली होली 14 मार्च 2025, शुक्रवार को है। इस साल होलिका दहन पर भद्रा का साया रहने वाला है। जबकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलिका दहन हमेशा भद्रा रहित शुभ मुहूर्त में किया जाता है। आचार्य ओम शास्त्री के अनुसार, 100 वर्ष के बाद इस बार होली पर्व पर मीन राशि में सूर्य बुध और शुक्र की युति बनने के कारण विशेष बुध आदित्य योग,लक्ष्मी नारायण एवं त्रिग्रही योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं, साथ ही होलिका दहन वाले दिन सूर्य बुध और शनि की कुंभ राशि में युति बन रही है।

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शास्त्री ने बताया कि भद्रा के चलते इस बार भी रात्रि में होलिका दहन किया जाएगा। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा गुरुवार को प्रातः 10:35 से प्रारंभ होकर अगले दिन दोपहर 12:23 बजे तक रहेगी। तीनों ग्रहों की विशेष युति बनने से इस बार होलिका दहन की रात्रि यंत्र मंत्र और तंत्र साधना के लिए अत्यंत प्रभावशाली रहेगी। इस वर्ष भी होलिका दहन पर भद्रा का साया देखने को मिल रहा है। गुरुवार को भद्रा निशीथ से पूर्व रात्रि 11:29 पर समाप्त हो जाएगी अतः होलिका दहन रात्रि 11:29 के बाद ही फलदाई माना जाएगा।

होली पर लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण: होली पर ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। 14 मार्च को सुबह 9:27 बजे खग्रास चंद्रग्रहण शुरू होगा, जो दोपहर 3:30 बजे तक तक रहेगा। हालांकि चंद्र ग्रहण देश में दिखाई नहीं देगा। भारत में चंद्र ग्रहण नजर न आने के कारण देश में सूतक काल मान्य नहीं होगा।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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