Weekly Panchang: वैशाख का महीना शुरू, इस वीक गणेश चतुर्थी व्रत, अनुसूया जयंती, जानें कब लग रहे हैं गंडमूल
- वैशाख का महीना शुरू हो गया है। ऐसा कहा जाता है कि वैशाख के महीने में भगवान जल में रहते हैं, इसलिए इस महीने में जल दान का बहुत अधिक महत्व है। इस महीने में भगवान कृष्ण के माधव रूप की पूजा की जाती है।

वैशाल का महीना 14 अप्रैल से शुरू हो गया है। इस दिन सूर्य का भी राशि परिवर्तन हो गया और खरमास समाप्त हो गया है। खरमास समाप्त होने से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि वैशाख के महीने में भगवान जल में रहते हैं, इसलिए इस महीने में जल दान का बहुत अधिक महत्व है। इस वीक गंडमूल नक्षत्र भी हैं। इस महीने में भगवान कृष्ण के माधव रूप की पूजा की जाती है। इसलिए इस महीने में अक्षय तृतीया और गंगा सप्तमी जैसे पर्व आते हैं।
इसलिए इस महीने में जल भर घड़ा दान करना चाहिए। इस महीने अक्षय तृतीया का दिन अबूझ साया है। जिस दिन बिना सोचे समझे शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इसके अलावा बुद्ध पूर्णिमा की तिथि भी बहुत शुभ है। यहां पढ़ें इस वीक के व्रत और त्योहार
15 अप्रैल (मंगलवार) : बैसाख कृष्ण द्वितीया प्रातः 10.56 मिनट तक पश्चात तृतीया तिथि। भद्रा रात्रि 12.07 मिनट से।
16 अप्रैल (बुधवार) : बैसाख कृष्ण तृतीया दोपहर 01.18 मिनट तक पश्चात चतुर्थी तिथि। भद्रा दोपहर 01.18 मिनट तक। श्री गणेश चतुर्थी व्रत।
17 अप्रैल (गुरुवार) : बैसाख कृष्ण चतुर्थी अपराह्न 03.24 मिनट तक पश्चात पंचमी तिथि। सती अनुसूया जयंती।
18 अप्रैल (शुक्रवार) : बैसाख कृष्ण पंचमी सायं 05.08 मिनट तक पश्चात षष्ठी तिथि। गंडमूल विचार।
19 अप्रैल (शनिवार) : बैसाख कृष्ण षष्ठी सायं 06.23 मिनट तक पश्चात सप्तमी तिथि। भद्रा सायं 06.23 मिनट से। गंडमूल प्रातः 10.21 मिनट तक।
20 अप्रैल (रविवार) : बैसाख कृष्ण सप्तमी सायं 07.01 मिनट तक पश्चात अष्टमी तिथि। भद्रा प्रातः 06.42 तक।
21 अप्रैल (सोमवार) : बैसाख कृष्ण अष्टमी सायं 06.59 मिनट तक पश्चात नवमी तिथि। शक बैसाख प्रारंभ।
-पं. ऋभुकांत गोस्वामी