कल विनायक चतुर्थी पर सुबह व शाम को इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा, जानें पूजा-विधि व उपाय
- Vinayak Chaturthi 2025 Time: विनायक चतुर्थी फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है, जो प्रभु श्री गणेश को समर्पित है। इस दिन पूरे विधि-विधान से गणपती बप्पा की उपासना की जाती है।

Vinayak Chaturthi 2025: इस साल 3 मार्च के दिन फाल्गुन महीने की चतुर्थी पड़ रही है। विनायक चतुर्थी फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है, जो प्रभु श्री गणेश को समर्पित है। इस दिन पूरे विधि-विधान से गणपती बप्पा की उपासना की जाती है। प्रभु को प्रसन्न करने के लिए यह दिन महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से जातक की सभी इच्छाएं पूर्ण हो सकती हैं। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत पारण का समय-
कल विनायक चतुर्थी पर सुबह व शाम को इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा
- ब्रह्म मुहूर्त 05:05 से 05:55
- प्रातः सन्ध्या 05:30 से 06:44
- अभिजित मुहूर्त 12:10 से 12:56
- विजय मुहूर्त 14:30 से 15:16
- गोधूलि मुहूर्त 18:20 से 18:45
- सायाह्न सन्ध्या 18:22 से 19:36
- अमृत काल 21:56 से 23:24
- निशिता मुहूर्त 00:08, मार्च 04 से 00:57, मार्च 04
- रवि योग 04:29, मार्च 04 से 06:43, मार्च 04
- चर - सामान्य 08:12 से 09:39
- लाभ - उन्नति 09:39 से 11:06
- अमृत - सर्वोत्तम 11:06 से 12:33
- शुभ - उत्तम 14:00 से 15:27
- शुभ - उत्तम 18:22 से 19:54
- अमृत - सर्वोत्तम 19:54 से 21:27
- चर - सामान्य 21:27 से 23:00
- लाभ - उन्नति 02:06 से 03:38, मार्च 03
- शुभ - उत्तम 05:11 से 06:44, मार्च 03
उपाय- इस दिन गणेश जी का अभिषेक करें और ॐ गणेशाय नमः का जाप करें। भगवान को दूर्वा घास चढ़ाएं।
पूजा-विधि
1- भगवान गणेश जी का जलाभिषेक करें
2- गणेश भगवान को पुष्प, फल चढ़ाएं और पीला चंदन लगाएं
3- तिल के लड्डू या मोदक का भोग लगाएं
4- विनायक चतुर्थी की कथा का पाठ करें
5- ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें
6- पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी की आरती करें
7- चंद्रमा के दर्शन करें और अर्घ्य दें
8- व्रत का पारण करें
9- क्षमा प्रार्थना करें
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।