Surya Grahan date 2025: शनि अमावस्या के दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें सूतक काल के बारे में
- surya grahan date and time 2025: इस ग्रहण का सूतक काल भी नहीं माना जाएगा, क्योंकि भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 2 बजकर 21 मिनट पर प्रारंभ होगा और शाम 6 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा।

अप्रैल 2024 में पूर्ण सूर्य ग्रहण के बाद अक्टूबर 2024 में रिंग ऑफ फायर का नजारा दिखने के बाद अब 29 मार्च को साल का पहला आंशिक सूर्य ग्रहण दिखेगा। यह ग्रहण मार्च में लगे पूर्ण चंद्र ग्रहण के बाद लग रहा है। एक ही महीने में दो ग्रहण लगे हैं। धार्मिक दृष्टि से इस ग्रहण का भारत में कोई असर नहीं है। पंचांग के दृष्टि से देखें तो यह ग्रहण चैत्र अमावस्या, शनि अमावस्या के दिन लग रहा है। इसके अगले दिन से हिन्दू नव वर्ष और चैत्र नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। ऐसे में अमावस्या पूजन आदि का कार्य अपने समय पर होगा। इस ग्रहण का सूतक काल भी नहीं माना जाएगा, क्योंकि भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 2 बजकर 21 मिनट पर प्रारंभ होगा और शाम 6 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा। समय के हिसाब से इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 53 मिनट की तक रहेगी।
कहां-कहां दिखेगा आंशिक सूर्य ग्रहण
29 मार्च 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण ईस्ट कनाडा, नोर्थवेस्ट यूरोप, वेस्टर्न अफ्रीका और नोर्थ वेस्ट रूस में दिखाई देगा। इस ग्रहण में सूर्य का करीब 83 फीसदी हिस्सा कवर हो जाएगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इस ग्रहण का कोई सूतक काल नहीं माना जाएगा। गर्भवती महिलाओं के लिए भी इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं होगा। जहां यह ग्रहण दिखाई देगा, वहां इसका सूतक काल माना जाएगा, लेकिन भारत में इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
यह आंशिक सूर्य ग्रहण 13-14 मार्च, 2025 के पूर्ण चंद्र ग्रहण के ठीक दो सप्ताह बाद आएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि चंद्र और सौर ग्रहण चक्रों में होते हैं। जब चंद्र ग्रहण के दौरान पूर्ण चंद्रमा पृथ्वी की छाया से गुजरता है, तो यह पृथ्वी और सूर्य के साथ बिल्कुल संरेखित होता है। वह संरेखण दो सप्ताह बाद भी इतना सटीक होता है कि अमावस्या के कारण सूर्य ग्रहण (या इसके विपरीत) हो सकता है।
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