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Jitiya vrat kab hai: जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत आज, जानें पारण टाइमिंग व व्रत से जुड़ी सावधानियां

Jivitputrika vrat 2023 kab hai: जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत महिलाएं अपने संतान की खुशहाली के लिए करती हैं। जानें जितिया व्रत का पारण कब होगा और क्या है इसके नियम-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 6 Oct 2023 06:17 AM
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Jivitputrika vrat 2023 paran kab hai: जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत 6 अक्टूबर 2023, शुक्रवार को रखा जाएगा। 5 अक्टूबर को नहाय खाय से इस व्रत की शुरुआत हो गई है और 07 अक्टूबर, शनिवार को व्रत पारण किया जाएगा। जितिया व्रत महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु की कामना व खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस व्रत से संतान प्राप्ति के साथ ही दुख-दर्द व परेशानियों से भी संतान की रक्षा होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, जितिया व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी से लेकर नवमी तिथि तक मनाया जाता है।

अष्टमी तिथि कब से कब तक: अष्टमी 06 अक्टूबर 2023 को सुबह 06 बजकर 34 मिनट से प्रारंभ होगी और 07 अक्टूबर को सुबह 08 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी।

जीवित्पुत्रिका व्रत 2023 पूजन मुहूर्त: जितिया व्रत पूजन का पहला मुहूर्त 07:45 ए एम से 09:13 ए एम तक रहेगा। इसके बाद 09:13 ए एम से 10:41 ए एम तक और फिर 12:09 पी एम से 01:37 पी एम तक रहेगा। शाम का पूजन मुहूर्त 04:34 पी एम से 06:02 पी एम तक रहेगा।

जीवित्पुत्रिका व्रत में इन बातों का रखें ध्यान: जीवित्पुत्रिका व्रत को रखने से पहले नोनी का साग खाने की परंपरा है। कहा जाता है कि नोनी के साग में कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। जिसके कारण व्रती के शरीर को पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है। इस व्रत के पारण के बाद महिलाएं जितिया का लाल रंग का धागा गले में पहनती हैं। व्रती महिलाएं जितिया का लॉकेट भी धारण करती हैं। पूजा के दौरान सरसों का तेल और खल चढ़ाया जाता है। व्रत पारण के बाद यह तेल बच्चों के सिर पर आशीर्वाद के तौर पर लगाते हैं।

जितिया व्रत पूजा- विधि-

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
स्नान आदि करने के बाद सूर्य नारायण की प्रतिमा को स्नान कराएं।
धूप, दीप आदि से आरती करें और इसके बाद भोग लगाएं। 
मिट्टी और गाय के गोबर से चील व सियारिन की मूर्ति बनाएं।
कुशा से बनी जीमूतवाहन की प्रतिमा को धूप-दीप, चावल, पुष्प आदि अर्पित करें।
विधि- विधान से पूजा करें और व्रत की कथा अवश्य सुनें।
व्रत पारण के बाद दान जरूर करें।

जीवित्पुत्रिका व्रत 2023 पारण टाइमिंग- जीवित्पुत्रिका व्रत का पारण 07 अक्टूबर को सुबह 08 बजकर 10 मिनट के बाद किया जा सकेगा।

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