Surya Grahan 2020 : ग्रहण समाप्त होने के बाद सूर्यदेव को क्यों लगाना चाहिए खीर का भोग, जानें पौराणिक मान्यता
आज साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रहण इसलिए भी विशेष है क्योंकि करीब 500 साल बाद ऐसा संयोग बना है। 21 जून के सूर्य ग्रहण के बाद इस साल 14 दिसंबर को पूर्ण सूर्य ग्रहण...
आज साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रहण इसलिए भी विशेष है क्योंकि करीब 500 साल बाद ऐसा संयोग बना है। 21 जून के सूर्य ग्रहण के बाद इस साल 14 दिसंबर को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण पैसेफिक, साउथ अमेरिका और अंटार्कटिका में दिखेगा। वहीं अगले साल 10 जून 2021 को सूर्य ग्रहण लगेगा। सूर्य ग्रहण के दौरान खान-पान को वर्जित माना जाता है। वहीं, खाद्य पदार्थों को बचाने के लिए तुलसी के पत्तों को भी खाने के ऊपर रखा जाता है।
वहीं, पौराणिक मान्यता है कि सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद खीर का भोग लगाने के बाद इसे दान करना चाहिए या इसका सेवन करना चाहिए। खीर बन जाने के बाद इसमें तुलसी के पत्ते भी डाल देने चाहिए जिससे बैक्टीरिया का नाश होता है। ऐसे में अगर आप अपने जीवन में शुभ प्रभाव चाहते हैं, तो ग्रहण के बाद स्नान करके खीर बनाकर भोग लगा सकते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार दूध शीतल होता है और कीटाणु और तीव्र उष्मा का नाश करता है। ग्रहण के कारण नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं, ग्रहण की वजह से सूर्यदेव को बहुत कष्ट पहुंचता है और तीव्र नकारात्मक उष्मा सहनी पड़ती है जिसकी वजह से उनकी स्वंय की ऊर्जा मंद पड़ जाती है। ऐसे में सूर्यदेव और समस्य देवी-देवताओं की स्तुति करते हुए खीर का भोग लगाकर खीर का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप किसी पशु या गरीब को भी प्रसाद के रूप में खीर का दान कर सकते हैं।
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