Shani Pradosh: सर्वार्थ सिद्धि योग में शनिवार को पूरा दिनशुभ फलदायी, इन राशियों पर है शनि का प्रभाव
त्रयोदशी की शुरुआत 14 जुलाई को शाम 708 बजे से शनिवार को रात 833 बजे तक रहेगी। शनिवार को पूरे दिन प्रदोष पूजन का शुभ लाभ होगा। इस समय मेष राशि और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रकोप है। वहीं
भगवान शिव की आराधना के लिए शनिवार का दिन खास है। सावन महीने का पहला प्रदोष है। सर्वार्थ सिद्धि योग में शनिवार को पूरा दिन शिव पूजन के लिए शुभ फलदायी होगा। इस बार सावन में श्रद्धालुओं को चार प्रदोष मिलेंगे। ज्योतिषाचार्य अमिताभ गौर के अनुसार त्रयोदशी की शुरुआत 14 जुलाई को शाम 708 बजे से शनिवार को रात 833 बजे तक रहेगी। शनिवार को पूरे दिन प्रदोष पूजन का शुभ लाभ होगा। इस समय मेष राशि और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रकोप है। वहीं मकर, कुंभ, मीन राशियां पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव है। इन राशियों के जातकों को शनि प्रदोष के दिन कुछ उपाय कर लेने चाहिए। ऐसा करने से शनि की साढ़े साती-ढैय्या के कारण हो रहे मानसिक, शारीरिक, आर्थिक कष्टों से निजात दिलाएगा।
सावन महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना माना जाता है। सावन में भी प्रदोष का दिन सबसे खास है। जब प्रदोष शनिवार को हो तो माना जाता है कि इस दिन पूजन से सभी मनोकामना पूर्ण होती है। मानकामेश्वर मंदिर के प्रमुख आचार्य स्वामी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी का कहना है कि पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है। इस दिन प्रातकाल उठकर स्नान करके साफ वस्त्रत्त् पहनकर भगवान की आराधना करनी चाहिए। शिव मंदिर में जाकर तांबे के लोटे में गंगाजल भरकर भगवान शिव का अभिषेक करें। शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, दूध, दही, शहद आदि का अभिषेक करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलेगी। इस दिन प्रातकाल के साथ दोपहर और विशेषकर प्रदोषकाल (सूर्यास्त के वक्त) जलाभिषेक करना विशेष शुभ फलदायी होता है। ज्योतिषाचार्य अमिताभ गौर के अनुसार प्रदोषकाल में पूजन के दौरान रुद्राक्ष की माला से भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना चाहिए। कम से कम एक माला और हो सके तो 11 माला जप करने से मनोकामना पूर्ण होती है।● सावन का पहला प्रदोष आज इस बार सावन में चार प्रदोष
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इन मंदिरों में जुटेंगे श्रद्धालु
मनकामेश्वर मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, सिविल लाइंस हनुमान मंदिर, कोटेश्वर महादेव मंदिर, शिवकुटी सहित सोमेश्वर महादेव मंदिर अरैल, पड़िला महादेव मंदिर, दुर्वासा आश्रम सहित सभी शिव मंदिरों में श्रद्धालु शिव पूजन को जुटेंगे।
मनकामेश्वर मंदिर में भांग से किया जाएगा शृंगार
मनकामेश्वर मंदिर में भगवान शिव का शृंगार भांग से किया जाएगा। मंदिर के प्रमुख आचार्य स्वामी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि जैसे उज्जैन महाकाल मंदिर में भगवान का शृंगार होता है, इस बार ठीक वैसे ही शृंगार होगा।
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