Hindi Newsधर्म न्यूज़navratri 2024 kalash sthapana hindu new year mata ki chowki kaise lagaye

Navratri : 9 अप्रैल से शुरू होगा नवसंवत्सर, घटस्थापना के साथ मां दुर्गा की शुरू होगी पूजा, माता की चौकी लगाने का होता है विशेष महत्व

Navratri 2024 Kalash Sthapana : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नौ अप्रैल से वासंतिक नवरात्र और नवसंवत्सर का शुभारंभ होगा। नवरात्र में घट स्थापना के साथ नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा होगी।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीFri, 5 April 2024 02:03 PM
share Share

Hindu New Year 2024 : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नौ अप्रैल से वासंतिक नवरात्र और नवसंवत्सर का शुभारंभ होगा। नवरात्र में घट स्थापना के साथ नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का पूजन-अर्चन कर श्रद्धालु सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक डॉ. पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार नवसंवत्सर का शुभारंभ आठ अप्रैल सोमवार को रात 11:55 बजे हो जाएगा, लेकिन उदया तिथि में नवसंवत्सर का मान नौ अप्रैल मंगलवार को होगा। पिंगल नामक नवसंवत्सर में राजा का पद मंगल और मंत्री का पद शनिदेव को प्राप्त हो रहा है। नवमी तिथि में 17 अप्रैल को रामनवमी व्रत रखा जाएगा। नवरात्र व्रत का पारण 18 अप्रैल को होगा। नवरात्र के प्रथम दिन कलश स्थापना के साथ मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाएगी। माता शैलपुत्री को हिमालय की पुत्री माना जाता है।

माता की चौकी लगाने का विशेष महत्व- नवरात्र में माता की चौकी लगाने का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य आशमा शर्मा ने बताया कि माता की मूर्ति को ईशान कोण में स्थापित करें। ऐसा माना जाता है कि ईशान कोण की दिशा सबसे उत्तम होती है। साथ ही इस दिशा को सबसे पवित्र माना जाता है और इसमें ईश्वर का वास होता है। उन्होंने बताया कि वास्तु के अनुसार, माता की प्रतिमा को लकड़ी की पटली पर रखें। यदि आपके पास चंदन की चौकी हो तो उस पर भी रख सकते हैं। अगर घर में मां की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि तीन इंच से बड़ी प्रतिमा न हो। साथ ही मूर्ति का रंग हल्का पीला, हरा या फिर गुलाबी होना चाहिए। पूजा सामग्री में पीले और लाल रंग का उपयोग करना चाहिए।

ऐसा माना जाता है कि पीला रंग जीवन में उत्साह और लाल रंग उमंग लाता है। वहीं, इस दौरान भूलकर भी काले रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि काले रंग से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। कलश स्थापना से लेकर व्रत के आखिरी दिन तक सभी काम शुभ मुहूर्त के अनुसार किए जाते हैं। इस दौरान भक्तजन अखंड ज्योति जलाने के साथ-साथ पूरे विधि-विधान से माता के सभी स्वरूपों की पूजा करते हैं। नवरात्र में पूजा को लेकर वास्तु नियमों का पालन करना बेहद शुभ होता है। मान्यता है कि यदि वास्तु के अनुसार माता की चौकी लगाई जाए, तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें