Jivitputrika Vrat : इस दिन रखा जाएगा जितिया या जीवित्पुत्रिका व्रत, नोट कर लें नहाय खाय की डेट और पारणा टाइम
jivitputrika vrat jitiya 2023 kab hai : सुहागिन महिलाएं संतान प्राप्ति व माताएं पुत्र की सुरक्षा के लिए जितिया व्रत रखती है। साथ ही बच्चों की सुख समृद्धि व लम्बी आयु की कामना करती है।
जीतिया या जीवित्पुत्रिका व्रत आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्ठमी तिथि शुक्रवार को मनायी जायेगी। इस त्योहार का अपना विशेष महत्व है। सुहागिन महिलाएं संतान प्राप्ति व माताएं पुत्र की सुरक्षा के लिए जितिया व्रत रखती है। साथ ही बच्चों की सुख समृद्धि व लम्बी आयु की कामना करती है। इसबार यह व्रत 24 घण्टे से अधिक समय का है। व्रति निर्जला उपवास रख कर इस व्रत को पूरा करेंगी। मान्यता है व्रत करने वाली महिलाओं के बच्चे को अच्छे कर्म व फल की प्राप्ति होती है।
पांच को नहाय खाय, अहले सुबह होगा ओठगन : पंडित दुर्गेश कुमार झा ने बताया कि जितिया व्रत का नहाय खाय पांच अक्टूबर अर्थात गुरुवार को होगा। वहीं गुरुवार की देर रात चूरा-दही चढ़ाने की विधि भी की जाएगी।
साथ ही व्रति अपने परिजन के साथ ओठगन भी कर सकती है। शुक्रवार को पूरे दिन व रात निर्जला उपवास कर शनिवार की सुबह साढ़े दस बजे के बाद पारण करेगी। उन्होंने बताया कि पर्व से पहले तामसी भोजन जैसे लहसुन, प्याज व मांसाहार का सेवन नहीं करना होता है। साथ ही ब्रह्मचर्य का भी पालन करना बेहद जरूरी माना जाता है।
शनिवार की सुबह 10.32 के बाद पारण : ज्योतिषाचार्य अरुण कुमार झा ने बताया कि जितिया पर्व का एक अलग महत्व है। यह पर्व काफी कठिन है। इसमें कई तरह के नियमों का पालन व्रति को करना होता है। उन्होंने बताया कि वैसे तो छह अक्टूबर की सुबह 9.35 मिनट से अष्टमी शुरू होती है। लेकिन व्रत की शुरूआत सुबह से ही हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सात अक्टूबर अर्थात शनिवार की सुबह 10.32 बजे उपवास समाप्त होगी। इसके बाद ही व्रति पारण करेगी। उन्होंने बताया कि व्रत पूरी तरह निर्जला होगी।
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